राजस्थान वर्षा अलर्ट: राजस्थान में मानसून का प्रभाव एक बार फिर तेज़ी से महसूस किया जा रहा है. जहां पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में बारिश की रफ्तार धीमी पड़ गई है, वहीं पूर्वी जिलों में बारिश का दौर तेजी से जारी है. मौसम विभाग ने राज्य को दो हिस्सों में विभाजित किया है – पश्चिमी राजस्थान (10 जिले) और पूर्वी राजस्थान (23 जिले). आज 7 जुलाई को पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों और पश्चिमी के 3 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है.
जयपुर मौसम केंद्र द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को कुल 24 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इनमें से 21 जिले पूर्वी राजस्थान के हैं, जबकि 3 जिले पश्चिमी भाग के हैं. भरतपुर और धौलपुर जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. इसके अलावा अलवर, करौली, दौसा और सवाई माधोपुर में भी तेज बारिश की संभावना बनी हुई है. बाकी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह से ही आसमान काले बादलों से घिरा हुआ है. ठंडी हवाएं और गहरी घटाएं मौसम को और भी सुहाना बना रही हैं. शनिवार और रविवार को शहरवासियों को तेज उमस का सामना करना पड़ा था. हालांकि हल्की बारिश ने थोड़ी राहत दी, लेकिन आज तेज बारिश की पूरी उम्मीद जताई जा रही है.
गंगानगर जिले में भी तेज बारिश ने तबाही मचा दी. बारिश के कारण दो कच्चे मकान धराशायी हो गए और परिवार के 5 सदस्य घायल हो गए. इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है.
जहां एक ओर पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश का कहर बरस रहा है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के चूरू, हनुमानगढ़ और गंगानगर में भी बारिश की संभावना बनी हुई है. बाकी जिलों में फिलहाल मौसम अपेक्षाकृत शांत रहने के आसार हैं.
जहां एक ओर बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली है, वहीं भारी बारिश और जलभराव ने यात्रा और जनसुरक्षा को चुनौती दी है. प्रशासन ने लोगों को नालों, पुलों और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है.
मौसम विभाग की चेतावनियों के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. प्रभावित जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की गई हैं. सभी जरूरी संसाधनों को सक्रिय रखा गया है ताकि हादसों की स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके.