30 साल देश की सेवा के बाद लौटे फौजी, स्टेशन से गांव तक हुआ ऐसा स्वागत कि हर कोई रह गया दंग!
UPUKLive Hindi July 07, 2025 09:42 PM

राम मिश्रा, अमेठी। अमेठी के मुसाफिरखाना रेलवे स्टेशन पर उस दिन एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जब भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार बाल गोविंद पाल अपने गांव लौटे। तीन दशकों तक देश की सीमाओं पर डटकर सेवा देने वाले इस वीर सैनिक का स्वागत इतना भव्य था कि हर दिल में देशभक्ति का जज्बा जाग उठा। जैसे ही सूबेदार स्टेशन पर उतरे, ढोल-नगाड़ों की थाप और भारत माता की जय के नारों ने माहौल को उत्साह से भर दिया। ग्रामीणों, परिजनों और युवाओं की भीड़ ने उनके सम्मान में पुष्पवर्षा की, जिसने पूरे रास्ते को फूलों से सजा दिया।

गांव का गौरव, युवाओं की प्रेरणा

सूबेदार बाल गोविंद पाल का स्वागत केवल एक व्यक्ति का सम्मान नहीं था, बल्कि यह देश के लिए उनके समर्पण और बलिदान का उत्सव था। गांव पहुंचने तक रास्ते में जगह-जगह ग्रामीणों ने फूल-मालाओं और गुलाब की पंखुड़ियों से उनका अभिनंदन किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाल गोविंद पाल उनके गांव का गौरव हैं। उनकी कहानी न केवल गर्व का विषय है, बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी है, जो देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने का सपना देखते हैं। ग्रामीणों ने इसे एक ऐतिहासिक पल बताया, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

देश सेवा का जज्बा और युवाओं के लिए संदेश

स्वागत समारोह के दौरान सूबेदार बाल गोविंद पाल ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, "तीन दशक तक भारतीय सेना में सेवा करना मेरे लिए गर्व की बात है। मैंने देश की सीमाओं की रक्षा की और अब अपने गांव लौटकर खुशी महसूस कर रहा हूं। मेरा संदेश युवाओं के लिए है कि वे सेना में शामिल होकर देश के लिए कुछ करें।" उनकी यह बातें सुनकर वहां मौजूद हर व्यक्ति का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उनके शब्दों ने न केवल देशभक्ति का जज्बा जगाया, बल्कि युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित भी किया।

समुदाय का उत्साह और एकजुटता

इस भव्य स्वागत समारोह में गांव के शिवशंकर, राम कुमार, प्रदुम्न कुमार, अजय पाल, केशराज पाल, चंदन पाल और अमित पाल जैसे कई लोग शामिल हुए। यह आयोजन ग्रामीण समुदाय की एकजुटता और देश के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता था। ढोल-नगाड़ों की गूंज, फूलों की वर्षा और नारों से भरा यह माहौल एक सैनिक के सम्मान का प्रतीक बन गया। यह पल अमेठी के लिए न केवल गर्व का विषय है, बल्कि यह दर्शाता है कि देश के सैनिकों के प्रति समाज में कितना सम्मान है।

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.