अमेरिका राष्ट्रपति ने 9 जुलाई की टैरिफ डेडलाइन को बढ़ाकर 1 अगस्त कर दिया. साथ ही जापान और साउथ कोरिया पर दबाव बनाते हुए 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाने का ऐलान किया. राष्ट्रपति की ओर से टैरिफ पर लिए गए इन फैसलों का असर सोमवीर के अमेरिकी शेयर बाजार पर देखने को मिला. वॉल स्ट्रीट में गिरावट देखी गई. आइए समझते हैं कि इसका असर आज के भारतीय बाजार पर कैसा रह सकता है.
ट्रंप के टैरिफ पर फैसले के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में एकाएक हलचल देखने को मिली. अमेरिकी शेयर बाजार के इंडेक्स Dow Jones और S&P 500 में करीब एक फीसदी की गिरावट आई है. कारोबार के समय जोन्स 1 प्रतिशत से ज्यादा टूट कर ट्रेड कर रहा था. वहीं, एसएंडपी का भी कमोवेश एक जैसा हाल रहा था. सोमवार को जब अमेरिकी बाजार बंद हुआ तब Dow Jones करीब 500 अंक टूटकर 44,406.36 पर बंद हुआ था. वहीं, S&P 500 में भी लाल निशान के साथ बंद हुआ था. उसमें करीब 50 अंकों की गिरावट देखी गई थी.
कैसा रहेगा बाजारट्रंप के फैसले का असर भारतीय बाजार पर साफतौर पर दिखाई दे सकता है. हालांकि, ट्रंप की ओर की ओर भारत को लेकर अभी पॉजिटिव संकेत दिए गए हैं. ट्रेड डील होने की संभावनाओं से मार्केट को सपोर्ट मिलने की उम्मीद भी है. कुछ और फैक्टर हैं जो मार्केट पर असर डाल सकते हैं.
सैमसंग का रिजल्टसैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए परिचालन लाभ में 56% की कमी का अनुमान जताया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में काफी कम है. कंपनी ने 4.6 ट्रिलियन वॉन के परिचालन लाभ का अनुमान लगाया है, जबकि विश्लेषकों (एलएसईजी स्मार्टएस्टीमेट) ने 6.2 ट्रिलियन वॉन की उम्मीद जताई थी. यह छह तिमाहियों में सबसे कम लाभ होगा, जो पिछले साल की 10.4 ट्रिलियन वॉन और पिछली तिमाही की 6.7 ट्रिलियन वॉन की तुलना में काफी कम है. सैमसंग का अनुमानित राजस्व पिछले साल की तुलना में 0.1% घटकर 74 ट्रिलियन वॉन रहने की संभावना है.
कच्चे तेल की कीमतेंपिछले सत्र में लगभग 2% की तेजी के बाद कच्चे तेल की कीमतों में कमी देखी गई. ब्रेंट क्रूड वायदा 0.30% गिरकर 69.37 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 0.35% की गिरावट के साथ 67.69 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है.