ऐसा आनंद और कहीं नहीं! गंगा के बीचो-बीच हैं तीन पहाड़, थाईलैंड से कम नहीं बिहार के ये आईलैंड, जानें यहां कैसे पहुंचते हैं लोग
TV9 Bharatvarsh July 08, 2025 11:42 PM

बिहार के भागलपुर में पवित्र गंगा नदी के बीचों-बीच एक ऐसा धार्मिक पर्यटन स्थल है, जहां शांति की तलाश में लोग पहुंचते हैं. यह आइलैंड की तरह है जो अपने आप में काफी अलौकिक और खूबसूरत है. जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर कहलगांव में गंगा के बीच 3 पहाड़ियां हैं जो कई मायनों में खास और पौराणिक भी हैं. पहाड़ के ऊपर मंदिर और गुफा भी है.

नौका विहार के माध्यम से इस धार्मिक आइलैंड की खूबसूरती को देखने के लिए कई राज्यों से सैलानी पहुंचते हैं. अब सरकार ने भी इसे रॉक कट टेंपल के रूप में सुरक्षित घोषित करने का निर्देश जारी किया है. उल्लेखनीय है कि पहाड़ियों का यह क्षेत्र विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन का क्षेत्र भी है. यहां डॉल्फिन की अठखेलियों को देखने के लिए भी लोग नाव से पहुंचते हैं.

गंगा तट से दिखती हैं पहाड़ियां

कहलगांव के राजघाट स्थित गंगा तट से यह तीनों आकर्षक पहाड़ियां नजर आती हैं, जो बिहार समेत पूरे देश के लिए एक अद्भुत आकर्षण का केंद्र हैं. राजघाट से जब आप नाव पर सवार होकर गंगा नदी में आगे बढ़ेंगे तो सबसे पहला स्थान आपको शांति बाबा पहाड़ मिलेगा, जिसके चारों ओर गंगा नदी की अविरल धारा बहती है. इससे आगे बढ़ने पर दूसरा बंगाली बाबा पहाड़ है और उसके ठीक पास में पंजाबी बाबा पहाड़ है. नदी के बीचों-बीच यह तीनों पहाड़ इतने अलौकिक हैं जो सैलानियों को अपनी ओर खींच लाते हैं.

पहाड़ियों का नाम कालांतर में नाम क्या था?

पहाड़ियों का नाम कालांतर में बुद्धा आश्रम, तापस आश्रम और नानकशाही आश्रम के रूप में था. बिहार सरकार की कला संस्कृति एवं युवा विभाग की पहल पर इन पहाड़ियों की अब जांच की जाएगी. साथ ही ये बिहार प्राचीन पुरातत्व अवशेष व कलानिधि अधिनियम 1976 के तहत अधिसूचित घोषित की जाएगी. इस धार्मिक पर्यटन स्थल को सरकार अब रॉक कट टेंपल के रूप में सुरक्षित घोषित करने जा रही है. इसके तहत इस दर्शनीय क्षेत्र को और भी विकसित करने का प्लान है.

वहीं नगर पंचायत कहलगांव में इस स्थान को रोपवे से जोड़ने का प्रस्ताव पास हुआ था. हालांकि इससे यहां के नाविक खुश नहीं है. उनका कहना है की धार्मिक स्थल की खूबसूरती नौका विहार के माध्यम से पहुंचने पर ही है. ऐसे में रोपवे बन जाने से इसकी खूबसूरती भी घटेगी और हमारा रोजगार भी बंद हो जाएगा.

कैसे पहुंच सकते हैं यहां?

अगर आप भी कहलगांव की इन तीन पहाड़ियों की खूबसूरती को देखने के लिए यहां आना चाहते हैं, तो आप भागलपुर से सड़क, रेल और जल मार्ग से यहां पहुंच सकते हैं. कहलगांव के राजघाट और बटेश्वर स्थान घाट से लोग नाव के माध्यम से यहां पहुंचते हैं. वहीं अगर आप पश्चिम बंगाल की ओर से आते हैं, तो आप गंगा नदी से साहिबगंज के रास्ते कहलगांव पहुंच सकते हैं. दूसरे किनारे पर नवगछिया तीनटंगा है.

यहां से नाव के जरिए भी आप पहुंच सकते हैं. विदेशों से सैलानी बंगाल की ओर से गंगा नदी में क्रूज़ या जहाज के माध्यम से या ट्रेनों के माध्यम से यहां पहुंचते हैं. नौका विहार के माध्यम से तीनों पहाड़ियों तक सैलानी पहुंचते हैं. यहां सैलानियों की भीड़ लगी रहती है, जो इस क्षेत्र की खूबसूरती को चार चांद लगाता है.

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