कोलकाता, 08 जुलाई (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में एक दिन की मूसलधार बारिश के बाद दामोदर घाटी निगम को दुर्गापुर बैराज से जल छोड़ने की मात्रा में भारी वृद्धि करनी पड़ी है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अब तक बैराज से लगभग 46 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है, जिससे दक्षिण बंगाल के कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका गहराने लगी है।
डीवीसी के अनुसार, दुर्गापुर बैराज के अतिरिक्त, मैथन और पांंचेत बांधों से भी लगभग 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे विशेष रूप से हावड़ा और हुगली जिलों के कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है। बीते वर्षो में भी डीवीसी की जल छोड़े जाने की प्रक्रिया के कारण इन जिलों में जलभराव और फसल क्षति की घटनाएं सामने आई थीं।
मौसम विभाग, अलीपुर के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और सक्रिय मानसूनी ट्रफ के कारण दक्षिण बंगाल में आगामी दिनों में लगातार बारिश जारी रहने की संभावना है। सोमवार रात से और मंगलवार सुबह तक क्षेत्र में भारी वर्षा दर्ज की गई है। दुर्गापुर और आसपास के इलाकों में भारी वर्षा के चलते जलस्तर में अचानक वृद्धि हुई, जिसके बाद डीवीसी ने और छह हजार क्यूसेक अतिरिक्त जल छोड़ने का निर्णय लिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य प्रशासन ने संबंधित जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं। राहत और बचाव कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन बल को तैनात रखा गया है। संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है।
राज्य सरकार स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और मौसम विभाग के साथ समन्वय बनाकर आगे की रणनीति तय की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय