नई रेल लाइन: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बिहार दौरा खासतौर पर मिथिला क्षेत्र के दरभंगा के लिए विकास का वरदान साबित हुआ है। समस्तीपुर मंडल रेल कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने दो महत्वपूर्ण नई रेल परियोजनाओं की सैद्धांतिक मंजूरी देने पर सहमति जताई। साथ ही अमृत भारत ट्रेन की घोषणा ने भी क्षेत्रवासियों में उत्साह भर दिया है।
रेल मंत्री ने लहेरियासराय से सहरसा तक लगभग 95 किलोमीटर और लहेरियासराय से मुजफ्फरपुर तक 66 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइनें स्वीकृत करने की सहमति जताई है। इससे ना केवल दरभंगा की रेल कनेक्टिविटी मजबूत होगी। बल्कि आसपास के ग्रामीण और सीमावर्ती जिलों को भी लाभ मिलेगा।
रेल मंत्री ने ऐलान किया कि दरभंगा से लखनऊ और अमृतसर से दरभंगा होकर सहरसा तक नई अमृत भारत ट्रेन चलाई जाएगी। यह ट्रेन यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और उत्तर बिहार को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ेगी।
सांसद डॉ. गोपालजी ठाकुर ने दरभंगा परिसदन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इन परियोजनाओं से दरभंगा में रेल संरचना का तेजी से विस्तार होगा। उन्होंने इसे रेल मंत्री की दरभंगा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया।
पहली परियोजना के तहत लहेरियासराय से सहरसा तक बनने वाली 95 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर 2376 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस मार्ग में कोशी नदी पर हाई लेवल पुल, 14 बड़े पुल, 41 छोटे पुल, और 72 अंडरपास बनाए जाएंगे। इस रूट पर 10 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें से 70 किलोमीटर क्षेत्र दरभंगा लोकसभा क्षेत्र में आता है।
दूसरी परियोजना के तहत 66 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन की लागत 1213 करोड़ रुपये होगी। इस रूट में चार स्टेशन और तीन हॉल्ट प्रस्तावित हैं। इस रेल लाइन के अंतर्गत निर्माणाधीन एम्स के पास एक स्टेशन भी बनेगा, जिससे अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसे सीमावर्ती जिलों से आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा।
सांसद ने 6.16 करोड़ रुपये की लागत से बने लहेरियासराय लो-कॉस्ट ओवरब्रिज का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि रेलमंत्री के निर्देश पर डीआरएम ने इस ओवरब्रिज को चालू कर दिया है। इससे बेनीपुर और कुशेश्वरस्थान जाने वाले दो पहिया वाहन चालकों को यात्रा में काफी सहूलियत मिलेगी।
प्रेस वार्ता में दरभंगा पश्चिमी भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्यनारायण मन्ना, उपाध्यक्ष अभयानंद झा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य उदयशंकर चौधरी, कन्हैया पासवान, कृष्णभगवान झा, संजीव साह, प्रेमकुमार मिश्र रिंकू, उमेश चौधरी, अश्विनी साह, अविनाश सहनी, आशुतोष झा सहित कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इन दोनों परियोजनाओं के क्रियान्वयन से दरभंगा क्षेत्र में रोजगार, सड़क और रेल संपर्क, और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच में व्यापक सुधार होगा। इसके साथ ही यह भी संकेत है कि केंद्र सरकार की विकास योजनाओं में मिथिला क्षेत्र अब प्रमुख एजेंडे पर है।