भागलपुर, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । मतदाता सूची पुनरीक्षण के विरोध में महागठबंधन द्वारा बुलाए गए बिहार बंद का बुधवार को भागलपुर में मिला जुला असर देखने को मिला। सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर आवागमन बाधित कर दिया, जिससे सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मतदाता सूची की प्रक्रिया को अव्यवस्थित और पक्षपातपूर्ण बताया।
बंद के कारण शहर के कई हिस्सों में यातायात ठप हो गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल, कॉलेज और बाजारों पर भी बंद का असर देखने को मिला। वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल रखा था।
इस दौरान बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि भागलपुर शांतिपूर्ण ढंग से पूर्णतया बंद रहा। बंद को शहर के व्यवसायियों का भी काफी समर्थन रहा। बंद के दौरान यातायात व्यवस्था प्रभावित किया गया। आकस्मिक सेवा बहाल रही। स्कूल कॉलेज बंद रहा।
भागलपुर जिला बंद एवं चक्का जाम रहा। स्टेशन चौक, वैरायटी चौक, खलीफाबाग चौक, घंटाघर, तिलकामांझी, कोतवाली, ततारपुर, परबत्ती, नाथनगर, चंपानगर आदि जगहों पर घूम घूम कर बंद कराया गया। चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य से गरीब एवं अल्पसंख्यक के मताधिकार छीनने की साजिश चल रही है। चुनाव आयोग बिहार में भाजपा एवं जदयू के इशारे पर इस तरह का कार्य कर रही है। जब बिहार में मतदाता सूची का कार्य पहले ही पूरा हो गया है तब इस तरह का निर्णय लेना चुनाव आयोग का दुर्भाग्यपूर्ण है। या चौक होते हुए पुनः गौशाला रोड, हड़िया पट्टी आदि जगहों पर घूमते हुए शांतिपूर्ण तरीके से बाजार को बंद कराया। तत्पश्चात एन एच 31 पर चक्का जाम कर दिया। अंत में स्टेशन परिसर चौक नवगछिया पहुंचकर कार्यक्रम समाप्त किया गया। झंडे – बैनर से लैस इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान, केंद्र की मोदी और राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए और मताधिकार बचाने – लोकतंत्र बचाने की लड़ाई को तेज करने का आह्वान किया।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर