धमतरी जिले में है पर्याप्त उर्वरक भण्डारण
Udaipur Kiran Hindi July 10, 2025 01:42 AM

धमतरी, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में पर्याप्त वर्षा होने के कारण कृषि कार्य तेजी से जारी हैं। किसान खेतों की तैयारी के साथ-साथ धान की रोपाई में व्यस्त हैं, हालांकि अत्यधिक वर्षा होने से निचली भूमि में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं जिससे रोपाई कार्य आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। जिले के सभी विकासखंडों में सहकारी समितियो के माध्यम से पर्याप्त उर्वरकों का भण्डारण किया गया है।

किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण, बीज एवं उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है। जिले में अभी तक 27155.37 मीट्रिक टन उर्वरकों का भण्डारण किया जा चुका हैं तथा 22469.14 मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका हैं शेष 4686.23 मीट्रिक टन उर्वरकों का उठाव प्रगतिरत हैं। समितियों के माध्यम से जिले में यूरिया 12230.47 मीट्रिक टन, सिंगल सुपर फास्फेट 5352.45 मीट्रिक टन, डीएपी 4343.85 मीट्रिक टन, म्यूरेट आफ पोटाश 1543.70 मीट्रिक टन भण्डारण किया गया हैं।

जिले में रासायनिक उर्वरकों की कोई कमी नही हैं। डीएपी पर्याप्त मात्रा में भंडारित हैं तथा डीएपी के वैकल्पिक उर्वरको का भंडारण भी पर्याप्त मात्रा में किया गया हैं। इसके अलावा किसानों को डीएपी के विकल्प के रूप में नैनो डीएपी का भी छिड़काव करने की सलाह दी गई है। वैकल्पिक उर्वरकों में सल्फर की उपलब्धता होने के कारण फसलों में क्लोरोफिल एवं प्रोटीन का निर्माण, फसलों में रोक प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि तथा मृदा अम्लीयता को सुधार कर फसलों की जड़ का विकास करती हैं। पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाने से उत्पादन में वृद्धि होती हैं। किसान इसके विकल्प के रुप में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा बताए गए अनुशंसित मिक्स खाद का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने किसान भाईयों को बेहतर फसल उत्पादन के लिए फास्फोरस एवं नत्रजन पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु अन्य उर्वरकों का उपयोग करने की तकनीकी सलाह दी जा रही हैं।

धान की जल्दी पकने वाली व देशी किस्म के लिए 24 किलोग्राम नत्रजन, 16 किलोग्राम स्फूर एवं 8 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है, जिसकी पूर्ति 52 किलोग्राम यूरिया, 100 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 13 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश या 50 किलोग्राम एनकेपीके (12:32:16) 39 किलोग्राम यूरिया या 80 किलोग्राम काम्प्लेक्स उर्वरक एनपीकेएस (20:20:13) 18 किलोग्राम यूरिया एवं 13 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश की जा सकती है, धान की किस्में दीर्घ अवधि 141 दिन से अधिक हेतु 32 किलोग्राम नत्रजनए 20 किलोग्राम स्फूर एवं 12 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश की प्रति एकड़ आवश्यकता होती है जिसकी पूर्ति 70 किलोग्राम यूरिया, 125 किलोग्राम सुपर फास्फेट, 20 किलोग्राम म्यूरेट आफ पोटाश या से की जा सकती हैं। एनकेपीके (12:32:16) 54 किलोग्राम यूरिया व चार किलोग्राम म्यूरेट अफ पोटाश या किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश से की जा सकती है।

जिले के समितियों में उन्नत एवं प्रमाणित बीज -एमटीयू -1010, एमटीयू-1001, स्वर्णा, महामाया, आईआर-64, स्वर्णा सब -एक का भण्डारण 12018.50 क्विंटल एवं वितरण 10506.30 किया गया है। वितरण कार्य प्रगतिरत हैं। जिले के सभी विकासखंडों में बीज उर्वरक एवं कीटनाशक निरीक्षक की नियुक्ति की गई है जो कि बीज उर्वरक एवं कीटनाशक की गुणवत्ता का निरीक्षण करने के लिए नमूना लेकर प्रयोगशाला भेजी जाती हैं। नमूना अमानक होने की स्थिति निहित प्रावधानों के अनुसार कठोर कार्यवाही की जाती हैं। उक्त निरीक्षक के अलावा जिला स्तरीय निरीक्षण दल द्वारा सतत निरीक्षण की जा रही हैं। किसानों को मैदानी अमले के द्वारा समसामयिकी सलाह एवं तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा हैं।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.