दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने एक बार फिर रिकॉर्ड बनाया है जहां एक तरफ दुनिया के बाजारों में ट्रंप टैरिफ और जियोपॉलिटिकल हालातों के चलते उतार चढाव है वहीं बिटकॉइन ने 1.12 लाख डॉलर का रिकॉर्ड बनाया है. दरअसल, बिटकॉइन ने 1.12 लाख डॉलर (लगभग 93 लाख रुपये) का हाई लेवल टच कर लिया है. इस तेजी की वजह बनी है संस्थागत निवेशकों (Institutional Investors) की बढ़ती दिलचस्पी और बाजार में जोखिम लेने की बढ़ती प्रवृत्ति.
क्यों बढ़ रही है बिटकॉइन की कीमत?हाल के दिनों में बड़ी-बड़ी कंपनियों और कॉर्पोरेट खजानों (Corporate Treasuries) ने बिटकॉइन में जमकर निवेश किया है. वे इसे तेजी से खरीद रहे हैं और अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं.Strategy Inc (NASDAQ: MSTR) और GameStop Corp (NYSE: GME) जैसी कंपनियों ने भी बोर्ड की मंजूरी के साथ बिटकॉइन खरीदने की घोषणा कर दी है. इससे बिटकॉइन की विश्वसनीयता में जबरदस्त इजाफा हुआ है.
सोने जैसा सुरक्षित निवेश बना बिटकॉइन?मौजूदा वैश्विक हालात जैसे युद्ध, व्यापारिक टैरिफ, और राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब निवेशक बिटकॉइन को भी सोने की तरह एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset) मानने लगे हैं. यह धारणा खास तौर पर तब मजबूत होती है जब शेयर बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है.
क्रिप्टो को लेकर नया कानून जल्दअमेरिकी सांसदों की ओर से भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जल्द एक नया कानून पेश करने की तैयारी है. 14 जुलाई से शुरू हो रहे क्रिप्टो वीक में डिजिटल एसेट रेगुलेशन से जुड़ा बिल पेश किया जा सकता है. इससे क्रिप्टो मार्केट को और अधिक वैधता और स्थिरता मिलने की उम्मीद है.
बिटकॉइन सिर्फ एक डिजिटल करेंसी नहीं, अब यह धीरे-धीरे सुरक्षित निवेश का भरोसेमंद विकल्प बनता जा रहा है. बड़े निवेशकों का इसमें भरोसा और सरकारों की बढ़ती रुचि इसे और मजबूती प्रदान कर रही है. आने वाले समय में अगर नियम-कानून साफ होते हैं, तो बिटकॉइन की उड़ान और ऊंची हो सकती है.