चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र आज अपने दूसरे दिन में प्रवेश कर चुका है। इस दौरान, पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर पंजाब सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार का यह सत्र 'फ्लॉप और फ्रॉड' है और इसकी कोई तैयारी नहीं की गई है।
परगट सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, "इस विशेष सत्र में दो महत्वपूर्ण बातें सामने आईं। पहली, शून्यकाल 'जीरो ऑवर' नहीं दिया गया, और दूसरी, अबोहर में एक व्यापारी की हत्या हुई है। इस मामले में पुलिस की थ्योरी और सरकार के दावों में बड़ा अंतर है। यदि सरकार विपक्ष को इस पर चर्चा करने नहीं देती, तो यह स्पष्ट है कि यह सत्र 'फ्लॉप और फ्रॉड' है। भगवंत मान की सरकार ने इस सत्र के लिए कोई तैयारी नहीं की है।"
धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी से संबंधित बिल पर चर्चा के सवाल पर उन्होंने कहा, "इस पर चर्चा होनी चाहिए। अब तक जो बेअदबी हुई है, क्या हमने उस पर इंसाफ दिलाया? मुझे लगता है कि इस बिल पर पुनर्विचार करना चाहिए और सोच-समझकर आगे बढ़ाना चाहिए।"
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने दो दिन का विशेष सत्र बुलाया है। इस सत्र के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी सरकार महत्वपूर्ण बिल पेश करेगी।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया, "इस सत्र में जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र गोयल यह प्रस्ताव रखेंगे कि भारत सरकार ने बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) के माध्यम से पंजाब के जल अधिकारों को लूटने का प्रयास किया है। हम सदन में इस पर चर्चा करेंगे।"
मंत्री ने यह भी कहा कि हमने एक बूंद पानी भी बाहर नहीं जाने दिया, लेकिन मानवीय आधार पर 4 हजार क्यूसेक पानी दिया गया।
इसके अतिरिक्त, पंजाब शॉप एंड कमर्शियल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट-2025 का बिल भी विधानसभा में पेश किया जाएगा। पंजाब लेबर वेलफेयर फंड और बैलगाड़ियों से संबंधित बिल भी सदन में लाए जाएंगे।