बिजनेसमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. ईडी आज उनसे दिल्ली में 17,000 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड के मामले में पूछताछ करेगी. इसके लिए उद्योगपति अनिल अंबानी अपने मुम्बई के घर से निकल गए हैं. आज उन्हें दिल्ली के प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पेश होना है.
प्रवर्तन निदेशालय ने उद्योगपति अनिल अंबानी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन जारी करते हुए आज, 5 अगस्त को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने का निर्देश दिया हुआ है. इससे पहले ईडी ने मुंबई में उनके आवास और दफ्तरों पर लगातार तीन दिन तक छापेमारी की थी. इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनके आधार पर पूछताछ के लिए समन जारी किया गया.
ईडी ने अंबानी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया है, जिससे उन्हें देश छोड़ने से रोका जा सके. ईडी की जांच एक कथित ₹3,000 करोड़ के लोन फ्रॉड से जुड़ी है, जिसमें रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस और रिलायंस कम्युनिकेशंस जैसे समूह की कंपनियों की ओर से बैकों से लिए गए लोन को कथित तौर पर शेल कंपनियों और अन्य संबद्ध संस्थाओं में डायवर्ट करने का आरोप है.
ईडी ने भेजा नोटिसजांच एजेंसी ने करीब 39 बैंकों, जिनमें पब्लिक और प्राइवेट दोनों सेक्टर शामिल हैं को नोटिस भेजकर उन सभी लोन डील्स की जानकारी मांगी है जो अनिल अंबानी के ADAG ग्रुप को मिली थीं. जांच का फोकस इस बात पर है कि क्या बैंकों ने नियमों के खिलाफ जाकर ऋण स्वीकृत किया और क्या किसी प्रकार की रिश्वत या पक्षपात हुआ. इस मामले में ईडी ने अनिल अंबानी के साथ ही ग्रुप के शीर्ष अधिकारियों जैसे अमिताभ झुनझुनवाला और सतीश सेठ को भी समन भेजे हैं. कुल मिलाकर, कम से कम 6 वरिष्ठ अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
ED ने मुंबई के 35 से अधिक ठिकानों पर रेड डाली थी, जिनमें ADAG समूह से जुड़ी करीब 50 कंपनियों और 25 प्रमुख व्यक्तियों के ठिकाने शामिल थे. इस ऑपरेशन के दौरान मिली जानकारियों को ही आगे की पूछताछ का आधार बनाया जा रहा है. फिलहाल अनिल अंबानी दिल्ली में ईडी दफ्तर पहुंचने के लिए मुंबई स्थित अपने घर से निकल चुके हैं.