अमेरिका के कारण RBI सतर्क? संजय मल्होत्रा ने बताया मौद्रिक नीति में बदलाव से MPC ने दूरी क्यों बनाई

दुनिया भर में मंदी की आशंका और व्यापार से जुड़ी खींचतान के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में हुई मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की मीटिंग में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रहेगा.
हालांकि बीते कुछ समय में जियोपॉलिटिकल टेंशंस और बाजार की उथल-पुथल कुछ हद तक कम जरूर हुई है, लेकिन RBI मानता है कि ट्रेड नेगोशिएशन्स में अनिश्चितता अब भी बनी हुई है. खासकर तब, जब भारत और अमेरिका के बीच चल रही ट्रेड डील फिर से अटक गई है. RBI का ये रुख बताता है कि वह अंतरराष्ट्रीय हालातों को बहुत सावधानी से देख रहा है और किसी भी जल्दबाजी से बचना चाहता है.
ट्रेड को लेकर अनिश्चितता के कारण मौद्रिक नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि दुनिया भर में भले ही जियोपॉलिटिकल तनाव कुछ कम हुए हों, लेकिन ट्रेड यानी व्यापार को लेकर अनिश्चितता अब भी बरकरार है. इसी वजह से मौद्रिक नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है.
त्योहारी सीजन से पहले लिया गया संतुलित फैसला
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब भारत में त्योहारी सीजन आने वाला है और इस दौरान आमतौर पर कर्ज की मांग बढ़ जाती है. फरवरी 2025 से अब तक RBI तीन बार ब्याज दरों में कटौती कर चुका है और कुल 100 बेसिस प्वाइंट की राहत दे चुका है. अब जब हालात थोड़े स्थिर नजर आ रहे हैं, RBI ने फिलहाल कोई नई कटौती नहीं की है.
ट्रंप ने भारत पर टैरिफ और बढ़ाने की दी धमकी, 24 घंटे में बड़ा ऐलान संभव
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर आयात शुल्क (टैरिफ) को और बढ़ाने की चेतावनी दी है. हाल ही में अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 25% टैक्स लगाया था, लेकिन अब ट्रंप ने संकेत दिया है कि अगले 24 घंटों में इस दर में 'काफी ज्यादा' बढ़ोतरी की जा सकती है.
ट्रंप ने भारत को बताया ‘खराब ट्रेडिंग पार्टनर’
सीएनबीसी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ट्रंप ने भारत की ट्रेड पॉलिसी पर पुराने आरोप दोहराए और कहा, 'भारत के साथ दिक्कत ये है कि वे सबसे ज्यादा टैरिफ लगाते हैं, लेकिन इस बारे में कोई बात नहीं करता. हमारा भारत के साथ व्यापार बहुत ही कम है.' उन्होंने साफ-साफ कहा, 'भारत एक अच्छा ट्रेडिंग पार्टनर नहीं है.' इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भारत रूसी तेल खरीद कर यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा दे रहा है.
भारत का पलटवार - ये आलोचना अनुचित
भारत सरकार ने ट्रंप के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. भारत ने कहा कि तेल आयात पूरी तरह राष्ट्रीय हितों और उपभोक्ताओं की जरूरतों के आधार पर किया जाता है. नई दिल्ली ने इस आलोचना को 'अनुचित और तर्कहीन' बताया.
रूस ने भी अमेरिका की धमकी पर दी प्रतिक्रिया
क्रेमलिन (रूसी सरकार) ने भी इस मुद्दे पर बयान जारी कर कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ बढ़ाने का कदम 'अवैध' है और ये संप्रभु देशों पर दबाव बनाने की कोशिश है, ताकि वे वॉशिंगटन की रूस नीति के साथ चलें.