
अब "एक देश, एक छात्र आईडी" का सपना हो रहा है सच! CBSE ने 2026 के नए सत्र से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सभी छात्रों के लिए "अपार आईडी" (APAAR ID) बनाना अनिवार्य कर दिया है। जानिए इस फैसले के पीछे की वजह, क्या हैं इसके फायदे और आपकी तैयारी कैसी होनी चाहिए!क्या है अपार आईडी (APAAR ID)?अपार आईडी यानी ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्रेशन – इसका मकसद छात्रों की शैक्षिक जानकारी डिजिटल रूप में, एक जगह पर सुरक्षित रखना है।अब हर छात्र की पढ़ाई, परीक्षा, उपलब्धियां, दस्तावेज – सब ऑनलाइन रिकॉर्ड होंगे, जिससे एडमिशन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फ्यूचर प्लानिंग होगी आसान।CBSE के इस फैसले के फायदे:डिजिटल रिकॉर्ड: पढ़ाई से जुड़े सारे रिकॉर्ड एक जगह।जल्दी वेरीफिकेशन: एडमिशन से लेकर नौकरी तक, हर जगह होगा फास्ट डॉक्यूमेंट चेक।आसान एडमिशन: देशभर के किसी भी स्कूल या कॉलेज में एडमिशन के वक्त सारी जानकारी तुरंत मिलेगी।फ्रॉड से सुरक्षा: फर्जीवाड़ा रोकने में मदद, क्योंकि सब कुछ सरकारी सिस्टम में रहेगा।कब से जरूरी?2026 के सत्र से 9वीं से 12वीं की रजिस्ट्रेशन के लिए अपार आईडी अनिवार्य है। छात्र और स्कूल दोनों को जल्दी रजिस्ट्रेशन करना होगा ताकि आगे की प्रोसेस में परेशानी न हो।स्टूडेंट्स और पैरेंट्स के लिए जरूरी बातेंजल्द ही अपने स्कूल से अपार आईडी बनाने की प्रक्रिया जान लें।आधार कार्ड, पहले के शैक्षिक दस्तावेज तैयार रखें।डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की जानकारी लें – ताकि खुद भी वेरिफिकेशन कर सकें।यह बदलाव देश की एजुकेशन सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल बनाने की ओर एक बड़ा कदम है। सरकारी स्कीम का फायदा उठाइए, भविष्य के लिए अपनी अपार आईडी ज़रूर बनवाएँ!