अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनी
अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बन गए हैं। यदि अमेरिका अपने निर्णय पर कायम रहा, तो भारत को अगस्त के अंत तक अपने उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ चुकाना पड़ सकता है। यह भारतीय निर्यात के लिए एक बड़ा झटका है। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत को रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद करना चाहिए, अन्यथा उन्हें और सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं।
अलास्का में रूसी राष्ट्रपति से वार्ता के बाद ट्रंप ने कहा कि यदि उन्होंने और टैरिफ लगाए, तो यह भारत के लिए बहुत बुरा होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत, जो रूस से 40 प्रतिशत तेल खरीदता है, अब एक महत्वपूर्ण ग्राहक खो रहा है।
ट्रंप ने पहले भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जो पहले से लागू है। इसके बाद, रूस से तेल खरीदने के कारण भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का निर्णय लिया गया है, जो 27 अगस्त से प्रभावी होगा। इस प्रकार, भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लागू हो चुका है।
फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, यूरोप ने रूसी तेल पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके परिणामस्वरूप रूस ने अपने तेल को एशिया की ओर मोड़ दिया। रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने 2021 में केवल 0.2% रूसी तेल का आयात किया था, लेकिन अब यह 2025 में भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है, जो औसतन 1.67 मिलियन बैरल प्रति दिन की आपूर्ति कर रहा है। यह भारत की कुल जरूरत का लगभग 37% है।