तेजस्वी यादव ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि 14 करोड़ बिहारवासियों की आवाज़ और मताधिकार पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या बिहार इतना कमजोर हो गया है कि अन्याय को चुपचाप सहन करेगा? उन्होंने दो टूक कहा कि वे और उनकी पार्टी किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेंगे और हर मोर्चे पर मुकाबला करेंगे।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि वर्तमान में लोगों के मतदान के अधिकार पर अघोषित रोक लगाई जा रही है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था पर गंभीर प्रहार है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस लड़ाई को न केवल गंभीरता से लिया जाएगा, बल्कि इसे पूरे उत्साह और समर्पण के साथ लड़ा जाएगा।