यमुनानगर में खैर लकड़ी तस्करी: वन विभाग ने ₹20 लाख की लकड़ी की बरामदगी की
newzfatafat August 17, 2025 06:42 PM
यमुनानगर में खैर लकड़ी तस्करी का मामला

यमुनानगर में खैर लकड़ी तस्करी: वन विभाग ने ₹20 लाख की लकड़ी की बरामदगी की, तस्कर फरार: (यमुनानगर खैर तस्करी) का मामला फिर से चर्चा में है। कलेसर के जंगलों में लंबे समय से खैर के पेड़ों की अवैध कटाई हो रही थी। वन विभाग के कर्मचारियों पर कई बार (khair mafia attack) में फायरिंग भी की गई, फिर भी तस्कर जंगल से खैर की लकड़ी काटते रहे।


इस बार, वन विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। टीम ने जगाधरी के एक खंडहर मकान पर छापा मारा, जहां बड़ी मात्रा में (khair wood smuggling) की तैयारी चल रही थी। एक ट्रक लकड़ी से भरा हुआ मिला, लेकिन जैसे ही टीम वहां पहुंची, तस्कर भाग गए।


बरामद की गई लकड़ी की मात्रा और अन्य सामान


(खैर की लकड़ी बरामद) की गई मात्रा लगभग 70 से 80 क्विंटल है, जिसकी कीमत ₹20 लाख के आसपास आंकी गई है। मौके से तीन बाइक और तीन मोबाइल भी मिले हैं। पुलिस अब इन मोबाइलों के माध्यम से तस्करों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।


(वन विभाग की रेड) के दौरान यह भी पता चला कि इतनी बड़ी मात्रा में लकड़ी केवल यमुनानगर से नहीं लाई गई। आशंका है कि उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से भी खैर की लकड़ी यहां एकत्रित की जा रही थी। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि यह लकड़ी कहां भेजी जाती थी।


पुलिस तस्करों की तलाश में


तस्करों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन (police investigation khair) तेजी से चल रही है। बरामद मोबाइल और बाइक से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही तस्करों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


यह मामला (illegal timber trade) की गंभीरता को दर्शाता है। वन विभाग और प्रशासन को अब जंगलों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। खैर जैसे मूल्यवान पेड़ की तस्करी न केवल पर्यावरण के लिए खतरा है, बल्कि यह कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है।


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