रविवार तड़के कठुआ जिले में बादल फटने और भूस्खलन की 2 अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।
शाह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, 'कठुआ में बादल फटने की घटना के संबंध में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की। स्थानीय प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। मोदी सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। हम जम्मू-कश्मीर के अपने बहनों और भाइयों के साथ मजबूती से खड़े हैं।'
जिले में रात भर हुई भारी बारिश के बीच राजबाग के जोध घाटी गांव और और जंगलोट में यह आपदा आई। कठुआ में बादल फटने की घटना जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में 14 अगस्त को बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के तीन दिन बाद हुई है। चिशोती में आई आपदा में 60 लोगों की जान चली गई थी और 100 से अधिक घायल हुए थे।
किश्तवाड़ में रेस्क्यू ऑपरेशन : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दूरदराज गांव चिशोती में बादल फटने के बाद लापता हुए लोगों की तलाश के लिए शुरू किया गया अभियान रविवार को चौथे दिन भी जारी रहा और राहतकर्मियों को उम्मीद है कि आज वे एक बड़े प्रभावित इलाके को साफ कर देंगे।
इस बीच, सेना के इंजीनियरों ने गांव और मचैल माता मंदिर के बीच संपर्क बहाल करने और बचाव कार्यों को और तेज करने के लिए एक बेली ब्रिज के निर्माण पर काम शुरू कर दिया है।
edited by : Nrapendra Gupta