रामनगर के मच्छरहट्टा इलाके में मासूम सूरज शर्मा की हत्या की वारदात ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। हत्यारोपित चचेरे भाइयों फैजान और राशिद ने न केवल सूरज की हत्या की, बल्कि उसके साथ अमानवीयता की सारी हदें पार करते हुए शारीरिक शोषण भी किया। इस खौफनाक सच ने स्थानीय लोगों में गुस्सा और आक्रोश भर दिया है।
पोस्टमार्टम ने खोला क्रूरता का राजपोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने मामले में सख्ती दिखाते हुए मुकदमे में नई धाराएं जोड़ी हैं। इस खुलासे के बाद रामनगर में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। स्थानीय लोग पुलिस की शुरुआती चुप्पी और अधिकारियों के हस्तक्षेप न करने पर सवाल उठा रहे हैं। लोग व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए जवाब मांग रहे हैं कि आखिर इतने बड़े अपराध पर शुरू में कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
सूरज का शव जंगल में मिलाबीते सोमवार को रामनगर थाना क्षेत्र के बावनबीघा के पास झाड़ियों में सूरज का शव मिला था। रस्सी से गला कसकर उसकी हत्या की गई थी। शव मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की। जांच के दौरान गोलाघाट निवासी फैजान की भूमिका सामने आई। पुलिस ने मुठभेड़ में उसे घायल कर गिरफ्तार किया। फैजान ने पूछताछ में अपने चचेरे भाई राशिद का नाम उगला, जिसके बाद पुलिस ने राशिद को भी हिरासत में ले लिया।
मां और हत्यारोपित के रिश्ते का खुलासापुलिस की तफ्तीश में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि सूरज की मां सोना शर्मा और फैजान के बीच नजदीकियां थीं। दोनों के बीच कई बार बातचीत के सबूत भी मिले हैं। जांच में पता चला कि फैजान और राशिद ने सुनियोजित तरीके से सूरज को चॉकलेट दिलाने के बहाने बावनबीघा ले गए। वहां उन्होंने रस्सी से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को झाड़ियों में फेंककर फरार हो गए।
संपत्ति की लालच बनी हत्या की वजह?पुलिस की जांच में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ। दो साल पहले सोना शर्मा के पति की मृत्यु के बाद उन्होंने एक फर्म में काम शुरू किया था, जहां उनकी फैजान से नजदीकियां बढ़ीं। जांच में सामने आया कि हत्यारोपितों की नजर सोना के एक करोड़ रुपये के मकान पर थी। कुछ महीने पहले सोना इस मकान को सिर्फ अपने नाम पर करवाने की कोशिश में थीं और न तो अपने बेटे सूरज का नाम और न ही सास का नाम उसमें शामिल करना चाहती थीं। ऐसे में पुलिस इस हत्या को संपत्ति की लालच से भी जोड़कर देख रही है।
पुलिस की कार्रवाई और जनता का गुस्सारामनगर के प्रभारी निरीक्षक दुर्गा सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही कई लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन स्थानीय लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। लोग पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता और इस जघन्य अपराध पर देरी से कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं।