रांची, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । डीजीपी अनुराग गुप्ता की नियुक्ति को चुनौती देने वाली भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी की अवमानना याचिका उच्चतम न्यायालय से खारिज होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विपक्ष की आलोचना की है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने सोमवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उच्चतम न्यायालय का यह फैसला भाजपा और बाबूलाल मरांडी दोनों के लिए करारा जवाब है। उन्होंने कहा कि अदालत के निर्णय ने साफ कर दिया है कि हेमंत सोरेन सरकार ने पूरी तरह नियमों के तहत डीजीपी अनुराग गुप्ता की नियुक्ति की है। लेकिन बाबूलाल मरांडी ने जानबूझकर झामुमो सरकार को बदनाम करने की साजिश रची थी। उन्होंने कहा कि भाजपा और बाबूलाल मरांडी की ओर से लगाए गए सारे आरोप पूरी तरह झूठे और भ्रामक थे।
पांडेय ने कहा कि विपक्ष की जिम्मेदारी रचनात्मक राजनीति करने की होती है, लेकिन भाजपा लगातार नकारात्मक राजनीति और षड्यंत्र में लिप्त है। बाबूलाल मरांडी ने जनता और अदालत का समय बर्बाद कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश की, पर उच्चतम न्यायालय कोर्ट का फैसला उनके लिए आइना साबित हुआ। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार लगातार जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचा रही है। भाजपा को चाहिए कि इन योजनाओं को कमजोर करने के बजाय सरकार के साथ सहयोग करे, ताकि झारखंड की जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar