इंदौरः आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कैंसर व अन्य घावों को जल्द भरने की ओजोन थैरेपी के मिलने लगे बेहतर परिणाम
Udaipur Kiran Hindi August 22, 2025 08:42 AM

– शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में विभिन्न विकास कार्यों एवं गतिविधियों को लेकर बैठक आयोजित

इंदौर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के इंदौर में संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं गतिविधियों को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा प्रारंभ की गई ओजोन थैरेपी की जानकारी दी गई। बताया गया कि ओजोन थैरेपी कैंसर व अन्य कारणों से हुए घावों को जल्द भरने वाली ओजोन थैरेपी के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। इस थैरेपी के द्वारा शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

बैठक में संभागायुक्त सिंह द्वारा शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इंदौर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट देखी एवं समीक्षा की। बैठक में संभागायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इंदौर में ओपीडी में आने वाले प्राध्यापकों, विद्यार्थियों एवं मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वाहनों के लिए अच्छे पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। महाविद्यालय परिसर में जड़ी-बूटियों की एक सुंदर नर्सरी बनायी जाये, जिसमें जड़ी-बूटियों के साथ परम्परागत पौधों की विशाल श्रृंखला हो। महाविद्यालय परिसर में जी+2 का सुन्दर भवन बनाया जाए, जिसके बेसमेंट में विशाल पार्किंग और ऊपर योग हाल हो। योग के कार्यक्रम प्रतिमाह आयोजित किए जाए। साथ ही अन्य योग संस्थाओं को भी कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाए। महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के आधुनिक सुविधाओं से युक्त छात्रावास बनाया जाए। महाविद्यालय के प्रतिभावान छात्रों को धन्वंतरि दिवस पर सम्मान किया जाए। संभागायुक्त ने महाविद्यालय परिसर में निर्माणाधीन रसशाला सहित हर्बल गार्डन का अवलोकन किया।

बैठक में बताया गया कि शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इंदौर में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है। सीसीआरएएस के स्पार्क प्रोजेक्ट में संस्था की दो छात्राओं (हिमानी सोनी और अंशिका तोमर) ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों के निर्देशन में दो शोध प्रोजेक्ट पूर्ण किए है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। महाविद्यालय ने विगत दिनों भेरूलाल पाटीदार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महू सहित दो शिक्षा संस्थानों के साथ एमओयू किए है। रसशाला का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो कुछ ही दिनों में पूर्ण होने वाला है। साथ ही चिकित्सालय के ऊपर प्री-फेब्रिकटेड स्ट्रक्चर निर्माण कार्य प्रगति पर है। वीआईपी पंचकर्म इकाई प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक 50 हजार पंचकर्म हो चुकें है। आयुर्वेद महाविद्यालय भोपाल के अनुसार पंचकर्म टेक्निशियन भी नियुक्त किए गए हैं। महाविद्यालय के कन्या छात्रावास के विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण के प्रस्ताव शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन है। आईडीए द्वारा केसरबाग रोड़ पर महाविद्यालय के प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाना है, जो कि टैंडर की प्रक्रिया में है।

बताया गया कि आगामी योजनाओं के तहत महाविद्यालय में तीन नए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का संचालन करने हेतु प्रक्रिया प्रचलन में है, जिसमें क्रिया शरीर , रचना शरीर एवं नेत्र रोग की कुल 15 सीटें है। साथ ही भगवान धन्वंतरि के मंदिर का निर्माण किया जाना है। इसके अलावा आगामी 22 सितम्बर से 27 सितम्बर तक शालाक्य तंत्र विभाग के प्राध्यापकों के लिए छ: दिवसीय सीएमसी आयोजित की जाना है। आगामी 12 सितम्बर को महाविद्यालय के वार्षिक स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय सेमिनार का विशाल आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही एक वार्षिक शोध पत्रिका का प्रकाशन होना है। राज्य शासन से प्राप्त अनुमति एवं विश्वविद्यालय से संबद्धता की अनुमति प्राप्त करना है। साथ ही स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम हेतु आवश्यक उपकरण क्रय किये जाना। बैठक में शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इंदौर के प्राध्यापकों ने भी अपने विचार और सुझाव रखें।

बैठक में शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय इंदौर के प्रधानाचार्य/ मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. अजीतपाल सिंह चौहान, एसडीएम गोपाल वर्मा, अधीक्षक डॉ. जगदीश पंचौली, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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