प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल बनाने वाले इंजीनियर की अनोखी पहल
Gyanhigyan August 22, 2025 02:42 PM
प्लास्टिक कचरे का समाधान

प्लास्टिक का कचरा एक गंभीर समस्या है, जिससे छुटकारा पाना आसान नहीं है। यह हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, विशेषकर समुद्री और पर्यटन स्थलों पर। समुद्र में मछलियों की तुलना में कचरे की मात्रा अधिक हो गई है। यदि यह स्थिति बनी रही, तो पर्यावरण को बड़ा संकट झेलना पड़ सकता है। लेकिन कुछ लोग इस समस्या का समाधान खोजने में लगे हैं। प्रोफेसर सतीश कुमार ने प्लास्टिक कचरे से सस्ता पेट्रोल बनाने की विधि विकसित की है, जो भविष्य में पर्यावरण को सुधारने में मदद कर सकती है।


45 वर्षीय प्रोफेसर सतीश कुमार, जो हैदराबाद के निवासी हैं, ने प्लास्टिक से पेट्रोल बनाने के लिए अपनी कंपनी स्थापित की है। उनकी कंपनी प्रतिदिन 200 लीटर पेट्रोल का उत्पादन करती है। प्लास्टिक को पेट्रोल में परिवर्तित करने के लिए तीन चरणों की प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसे प्लास्टिक पैरोलिसिस कहा जाता है। प्रोफेसर सतीश के अनुसार, 500 किलो प्लास्टिक से 400 लीटर तेल प्राप्त किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में न तो पानी की आवश्यकता होती है और न ही कोई अपशिष्ट उत्पन्न होता है, जिससे वायु प्रदूषण भी नहीं होता। यह प्रक्रिया वैक्यूम प्रणाली पर आधारित है।



प्रोफेसर सतीश का उद्देश्य केवल पैसे कमाना नहीं है, बल्कि पर्यावरण की रक्षा करना है। उनका मानना है कि उनकी कंपनी से होने वाला लाभ पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में होना चाहिए। वे इस तकनीक को अन्य व्यवसायियों के साथ साझा करने के लिए भी तैयार हैं, ताकि प्लास्टिक कचरे से अधिक प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।


सतीश कुमार ने 2016 में इस परियोजना की शुरुआत की थी और अब तक 50 टन प्लास्टिक को तेल में परिवर्तित कर चुके हैं। उन्होंने उस प्रकार के प्लास्टिक का उपयोग किया है, जिसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता। उनकी कंपनी प्लास्टिक से बने पेट्रोल को 40 रुपए प्रति लीटर की दर पर बेचती है, जो वर्तमान पेट्रोल की कीमतों का लगभग आधा है। इसके अलावा, वे डीजल और हवाई जहाज के ईंधन का भी उत्पादन कर रहे हैं। हालांकि, यह अभी जांचना बाकी है कि यह पेट्रोल वाहनों के इंजनों के लिए कितना उपयुक्त है।



यह सराहनीय है कि लोग पर्यावरण की चिंता कर रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित दुनिया बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इस खबर को अधिक से अधिक साझा करें ताकि प्रोफेसर सतीश कुमार की सकारात्मक सोच सभी तक पहुंच सके।


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.