पाकिस्तान: भारी बारिश से पंजाब प्रांत में तबाही, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
TV9 Bharatvarsh August 25, 2025 06:42 AM

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मूसलाधार बारिश से हालात बेहद खराब हो गए हैं, जिसकी वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन ने अगले 48 घंटों तक बारिश के जारी रहने का अलर्ट जारी किया है. नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए बाढ़ प्रभावित जिलों से पिछले 24 घंटों में अब तक करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

पंजाब आपातकालीन बचाव सेवा 1122 के प्रवक्ता फारूक अहमद ने बताया कि कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर और वेहारी के कई गांव जलमग्न हो गए हैं. जिसके कारण वहां से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों से शनिवार से अब तक करीब 20,000 लोगों को निकाला गया है, वो सिंधु, चिनाब, रावी, सतलुज और झेलम नदियों के पास हैं. बारिश की वजह से अबतक करीब 650 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

सतलुज और रावी नदी किनारे बसे इलाकों में अलर्ट

अहमद ने बताया कि सतलुज और रावी नदी के किनारे बसी आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम पूरा हो गया है. बारिश से सबसे ज्यादा खतरा सतलुज और रावी नदी किनारे बसे इलाकों को है. कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर और वहारी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है. राहत शिविरों में दवाइयां, टीके और जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया है. लोगों से नदियों के पास न जाने और इमरजेंसी में हेल्पलाइन 1129 पर संपर्क करने की अपील की गई है.

27 अगस्त तक मानसून के सक्रिय रहने की आशंका

प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के मुताबिक 27 अगस्त तक मानसून के सक्रिय रहने के पूर्वानुमान की वजह से कई जिलों में आपातकालीन अभियान चलाए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि गंडासिंह वाला में सतलुज नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. गंडासिंह वाला में हालात गंभीर है और अगले 48 घंटों तक ऐसे ही बने रहने की आशंका है. बारिश की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. हालांकि प्रशासन लोगों को राहत शिविरों में सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा रहा है.

गिलगित-बाल्टिस्तान में ग्लेशियर फटने से आई बाढ़

वहीं दूसरी तरफ गिलगित-बाल्टिस्तान में ग्लेशियर फटने से बाढ़ आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है. बाढ के चलत घिजर जिले के तलिदास गांव में करबी 3000 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में 2010 के बाद यह सबसे बड़ा ग्लेशियर हादसा है.

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.