रोहतक , 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । गोल्ड स्मिथ एण्ड ज्वैलर्स एसोसिएशन और महाराजा अजमीढ़ स्वर्णकार संघ की संयुक्त बैठक रविवार को हरियाणा के रोहतक जिले में हुई। बैठक में सोने-चांदी के बढ़ते दामों से होने वाले नुकसान और कारीगरों के अचानक शहर छोड़कर भागने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा हुई।
रेलवे रोड स्थित जैन धर्मशाला में आयाेजित बैठक का नेतृत्व संस्था के प्रधान हेमन्त बख्शी व जगदीश वर्मा द्वारा किया गया, वहीं बैठक की अध्यक्षता महेंद्र मोहन भल्ला द्वारा की गई।
संस्था के प्रधान हेमन्त बख्शी ने कहा कि सोने चांदी के बेतहाशा बढ़ते भाव ने व्यापार को बड़ा ही मुश्किल बना दिया है उन्होंने कहा कि पिछले 20,25 सालों के रिकॉर्ड को देखते हुए एक साल के दौरान सोने के दामों में 12 से 15 % की बढ़ोतरी होना तो समझ आता था ऐसे में व्यापारी को भाव की बुकिंग के दौरान भाव की बढ़ोतरी से होने वाले नुकसान से बचने का मौका तो मिल जाता था मगर मौजूदा परिस्थितियों में जिस तरह से पिछले 5, 6 महीनों में सोने चांदी के दामों में 30 से 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है उससे होने वाले नुकसान ने सोना चांदी के बड़े से बड़े और छोटे से छोटे व्यापारी को नुकसान की गिरफ्त में ले लिया है। बैठक में मौजूद शहर के सभी प्रतिष्ठित सर्राफा व्यापारियों से आपसी विचार विमर्श करने के पश्चात यही हल निकाला गया कि ऑर्डर के दौरान जो भी ग्राहक जितना पैसा दुकानदार को जमा करवाएगा उसका भाव उतनी ही रकम का काट दिया जाएगा। इसके इलावा सर्राफा व्यापारियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए बख्शी ने कहा कि हरियाणा में आए दिन व्यापारियों से हो रही लूट और डकैती की घटनाओं को देखते हुए जल्द पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत कर उनके शास्त्र लायसेंस बनवाए जाने की सिफारिश की जाएगी। मीटिंग के दौरान महाराज अजमीढ़ स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष जगदीश वर्मा ने कहा कि बजार से आए दिन बंगाली कारीगरों व लोकल कारीगरों के भागने की घटनाएं सामने आ रही हैं । उन्हाेंने कहा कि एक बार शहर छोड़ के भागने के बाद इन बंगालियों को पश्चिम बंगाल में ढूंढना बहुत मुश्किल हो जाता है और उससे बढ़ कर मुश्किल उनसे उस सोने की रिकवरी करना हो जाता है जिसे वो ले कर भागते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 दिन के अंदर सभी बंगाली व महाराष्ट से आए मराठा कारीगर अपना ब्यौरा संक्षिप्त विवरण के साथ संस्था पर जमा करवाने का काम करें ताकि स्थानीय पुलिस द्वारा उनके मकान शहर , तहसील व कचहरी की तफ़्तीश करवाई जा सके।
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(Udaipur Kiran) / अनिल