राजस्थान को विकसित राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आज मुख्यमंत्री ने इसे लेकर एक बैठक भी की, जिसमें उन्होंने 5 हजार गांवों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने का संकल्प लिया। इसके लिए मुख्यमंत्री हर पैरामीटर के आधार पर कार्ययोजना बनाकर काम करेंगे। इसके अलावा, राम जलसेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते से जुड़े कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 2047 के विकसित राजस्थान का सपना लेकर काम कर रहे हैं। इसी क्रम में, सीएम ने आज यानी सोमवार को सीएम आवास पर कोटा, झालावाड़-बारां, टोंक-सवाईमाधोपुर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्रों के सांसदों और प्रत्याशियों के साथ-साथ इन संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों, प्रत्याशियों और भाजपा जिलाध्यक्षों के साथ गहन मंथन किया। इस दौरान श्री शर्मा ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की और प्रदेश के विकास कार्यों के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि राज्य सरकार ने गांवों से लेकर कस्बों तक सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर जनकल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। अंत्योदय हमारी नीतियों का केंद्र बिंदु है। उन्होंने कहा कि आज सरकार और संगठन बेहतर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। सांसद और विधायकों सहित संगठन के पदाधिकारी राज्य सरकार की अभूतपूर्व उपलब्धियों पर गौरवान्वित हैं।
वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जनकल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। इसी क्रम में हम 16 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित करने जा रहे हैं। साथ ही, 29 सितंबर से 31 अक्टूबर तक सांसद खेल महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इसके बाद, सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 150 किलोमीटर की पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। बैठक में निर्देश दिए गए कि सभी विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों की मरम्मत और नए निर्माण कार्यों की सूची तैयार कर भिजवाएंगे, ताकि वहां जल्द काम शुरू हो सके।