– एएमए सभागार में वैज्ञानिक संगोष्ठी आयोजित
प्रयागराज, 07 सितम्बर (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन सभागार में रविवार को एक वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें वरिष्ठ सलाहकार मधुमेह रोग विशेषज्ञ प्रयागराज डॉ. सुबोध जैन ने ‘मौनजारो : मोटापा प्रबंधन में एक नया युग’ एवं हाल ही में प्रकाशित साक्ष्य विषय पर अपने व्याख्यान दिये।
डॉ. सुबोध जैन ने बताया कि टाइप 2 डायबिटीज़ और मोटापे का प्रबंधन हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। जिसके लिए अक्सर दवाओं, जीवनशैली में बदलाव और निरंतर निगरानी के संयोजन की आवश्यकता होती है। लेकिन चिकित्सा विज्ञान में हाल ही में हुई प्रगति ने एक गेमचेंजर पेश किया है-टिरजेपेटाइड। यह नई दवा न केवल टाइप 2 डायबिटीज के प्रबंधन के तरीके को बदल रही है, बल्कि वजन बढ़ने और मेटाबॉलिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए भी असाधारण सम्भावनाएं दिखा रही है।
उन्होंने बताया कि एफडीए द्वारा स्वीकृत, मौनजारो अपने शक्तिशाली दोहरे कार्य सूत्र के लिए दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रहा है। यह एक बार साप्ताहिक इंजेक्शन है जो हज़ारों लोगों के जीवन को बदल रहा है और यह व्यक्तिगत, प्रभावी मधुमेह देखभाल में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है। मौनजारो एक नई दवा है जो दोहरे GIP और GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट के रूप में काम करती है। सीधे शब्दों में कहें तो यह शरीर में मौजूद दो प्राकृतिक हार्मान की नकल करता है जो रक्त शर्करा और भूख को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि यह दोहरा प्रभाव लोगों को बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण और वजन घटाने में मदद करता है। कुछ ऐसी चीजें जो बहुत कम दवाएं एक साथ करने में सफल रही हैं।
एएमए के अध्यक्ष डॉ जे. वी. राय ने अध्यक्षता करते हुए वक्ता को स्मृति चिंन्ह एवं चेयरपर्सन डॉ जी. एस. सिन्हा, डॉ विनीत अग्रवाल और डॉ एम के मदनानी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सहायक सचिव डॉ पंकज गुप्ता व वैज्ञानिक सचिव डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने संचालन तथा अंत में एएमए सचिव डॉ आशुतोष गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया और भविष्य में ऐसे ही संगोष्ठी कराने का आश्वासन दिया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र