राजधानी दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल में एक अजीबोगरीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 21 वर्षीय शिक्षिका ने अपने स्कूल की प्रिंसिपल के प्रति एकतरफा प्यार में पागल होकर हैरतअंगेज हरकतें कीं। इस सनकी प्रेम कहानी में फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाने से लेकर अपनी ही 'मौत' की झूठी अफवाह फैलाने तक, हर वो हथकंडा अपनाया गया जिससे उसे अपनी प्रिंसिपल का ध्यान मिल सके।
प्यार और पागलपन की शुरुआत
बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षिका अपनी प्रिंसिपल को बहुत मानती थी और उन्हें अपना गुरु और मार्गदर्शक मानती थी। धीरे-धीरे यह सम्मान एकतरफा प्यार और फिर एक जुनून में बदल गया। जब उसे लगा कि प्रिंसिपल उसकी तरफ ध्यान नहीं दे रही हैं, तो उसने तरह-तरह के हथकंडे अपनाने शुरू किए। उसने सबसे पहले फर्जी सोशल मीडिया आईडी बनाई और खुद को बीमार दिखाना शुरू किया। इस दौरान उसने कभी खुद को गंभीर बीमारी होने का झूठा नाटक किया, तो कभी छात्रों से यह कहलवाया कि उसे कैंसर हो गया है। उसने यहां तक कि छात्रों के सोशल मीडिया अकाउंट्स से अपनी एडिट की हुई तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिनमें वह खुद को बीमार मरीज की तरह दिखा रही थी। इस पागलपन की हद तो तब हो गई जब उसने अपनी 'मौत' की झूठी खबर फैला दी, ताकि प्रिंसिपल उसकी याद में भावुक हों और उस पर ध्यान दें। यही नहीं, उसने तंत्र-मंत्र का सहारा भी लिया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वह प्रिंसिपल की एकमात्र प्राथमिकता बन जाए।
निशाने पर आई दूसरी शिक्षिका
यह पागलपन तब और बढ़ गया जब आरोपी शिक्षिका को पता चला कि प्रिंसिपल ने स्कूल की एक और शिक्षिका से नजदीकियां बढ़ा ली हैं। यह बात उसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपना सारा गुस्सा उस दूसरी शिक्षिका पर निकालना शुरू कर दिया। उसने उस शिक्षिका को बदनाम करने के लिए कई फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट्स बनाए। इन अकाउंट्स पर उसने दूसरी शिक्षिका की मॉर्फ की गई (बदली हुई) तस्वीरें पोस्ट कीं और उनका नाम खराब करने की कोशिश की। उसने इन अकाउंट्स से उस शिक्षिका के दोस्तों, छात्रों और सहकर्मियों को फॉलो रिक्वेस्ट भेजकर उन्हें शर्मिंदा करने का प्रयास किया।
ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
6 सितंबर को, जब पीड़ित शिक्षिका ने अपनी मॉर्फ की गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखीं, तो वह तुरंत दिल्ली पुलिस के पास पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। आजाद मार्केट की रहने वाली इस शिक्षिका ने बताया कि कोई उनकी फर्जी आईडी बनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच शुरू की। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने फर्जी अकाउंट्स और उनसे जुड़े ईमेल आईडी की पड़ताल की। ईमेल आईडी के आधार पर पुलिस सीधे आरोपी शिक्षिका तक पहुंच गई।
शुरुआत में, आरोपी ने खुद को भी पीड़ित दिखाने की कोशिश की और दावा किया कि किसी ने उसके नाम से भी फर्जी अकाउंट बनाए हैं। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद, उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने यह सब सिर्फ अपनी प्रिंसिपल का ध्यान और सहानुभूति पाने के लिए किया था। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया है और कानूनी कार्रवाई जारी है। यह घटना इस बात का दुखद उदाहरण है कि जब प्यार जुनून में बदल जाता है तो वह किस हद तक जा सकता है और कैसे एक व्यक्ति अपनी ही जिंदगी और दूसरों की प्रतिष्ठा को खतरे में डाल सकता है।