विधानसभा में अतिरिक्त कैमरे लगाकर विपक्ष की जासूसी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्पीकर वासुदेव देवनानी पर विश्राम कक्ष में जासूसी कैमरे से कांग्रेस की महिला विधायकों पर नज़र रखने का आरोप लगाया है। डोटासरा ने कहा- स्पीकर कांग्रेस विधायकों की जासूसी कर रहे हैं। वह विश्राम कक्ष से कांग्रेस की महिलाओं पर नज़र रखना चाहते हैं। महिला विधायक किस वेश-भूषा में बैठी हैं? किस हाल में बैठी हैं? क्या बातें कर रही हैं? स्पीकर का ज़्यादा ध्यान सिर्फ़ महिलाओं पर ही है। उन्होंने कहा- हम नंबर एक, दो, तीन नेताओं पर नज़र रख रहे हैं, इसके अलावा महिलाओं पर ज़्यादा ध्यान है। डोटासरा ने ये बातें प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहीं।
ऐसे व्यक्ति को डूब मरना चाहिए
डोटासरा ने कहा- इससे बड़ी शर्म की बात और क्या हो सकती है कि स्पीकर जैसे संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति हमारे विपक्ष की महिला विधायक बहनों के लिए अपने विश्राम कक्ष में कैमरा लगवाता है और उसकी पहुँच रखता है। ऐसे व्यक्ति को डूब मरना चाहिए।
स्पीकर बने जासूस, हमारी महिला विधायक करेंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
डोटासरा ने कहा- विधानसभा अध्यक्ष जासूस बन रहे हैं और हमारी तरफ कैमरे लगवा रहे हैं, ताकि सदन स्थगित होने के बाद विपक्ष के विधायकों की आवाज़ सुन सकें।
जासूसी के सबूत मिटा रहे हैं
डोटासरा ने कहा- आज हमें पता चला है कि स्पीकर ने रेस्ट रूम में लगे कैमरों तक पहुँच बना ली है। वहाँ से तार हटाए जा रहे हैं। अब वे जासूसी के सबूत मिटा रहे हैं। वे हताशा के शिकार हैं, हमारी आवाज़ दबाना चाहते हैं। उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कैमरे वाले ये स्पीकर विधानसभा नहीं चला सकते।
अध्यक्ष ने सुरक्षा के लिए कैमरे लगवाने की दलील दी
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने विपक्ष पर अतिरिक्त कैमरे लगवाकर जासूसी करने का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर दो दिन तक भारी हंगामा हुआ था। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि सदन की सुरक्षा के लिए कैमरों को अपग्रेड किया गया है। कैमरे इसलिए लगाए गए हैं ताकि सदन का 360 डिग्री व्यू यूट्यूब पर अपलोड किया जा सके। जहाँ तक दो अतिरिक्त कैमरों का सवाल है, सदन में आईपैड लगाए गए हैं और अन्य उपकरणों की सुरक्षा ज़रूरी है, इसलिए उन्हें लगाया गया है।
कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा
विधानसभा में विधायकों की जासूसी का आरोप लगाते हुए, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में एक दल ने राज्यपाल से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने राज्यपाल से एक संयुक्त समिति बनाकर जासूसी मामले की जाँच कराने की माँग की थी।