मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण फसलें चौपट हो चुकी हैं, तो कई जगहों पर फसलों को नुकसान पहुंचा है. इसी का निरीक्षण करने सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव रतलाम जिले के सैलाना पहुंचे थे. यहां उन्होंने आंबा और करिया गांव में फसलों का निरीक्षण किया. किसानों से बातचीत के दौरान का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें सीएम जिले के एसपी अमित कुमार को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री के फटकार लगाने की वजह कैमरामैन और ग्रामीण उनके सामने खड़े होना बताया जा रहा है. उनके खड़े होने की वजह से सीएम खेत को दूर तक नहीं देख पा रहे थे. इस बात पर सीएम ने नाराजगी जताई. उन्होंने मौके पर मौजूद एसपी अमित कुमार को फटकार लगाते हुए कहा- मतलब क्या रह गया एसपी साहब? या फिर मैं ही कर लूं, आपसे नहीं बन रहा तो छोड़ो, जितना बोला है उसे हटाओ.
मुख्यमंत्री के साथ आए अधिकारियों ने कहा कि फसल सर्वेक्षण किया जा रहा है. सर्वे पूरा होने के बाद मुआवजा वितरित किया जाएगा.
मैं खुद संभालूं यहां व्यवस्था- सीएम मोहनसीएम मोहन यादव करिया गांव में पहुंचे हुए थे. जहां वे हाल ही में हुई बारिश से प्रभावित खड़ी फसलों का निरीक्षण कर रहे थे. इसी दौरान भारी भीड़ उनके चारों ओर जमा हो गई. भीड़ नियंत्रण और व्यवस्थाओं में कमी से नाराज़ होकर, यादव अचानक रुक गए और पूछा, “एसपी कहां हैं? और उन्होंने कहा कि क्या अब मुझे खुद व्यवस्था संभालनी होगी?”
कुछ ही देर बाद, एसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे और बार-बार सिर हिलाते हुए कहा, “हां, सर, नहीं, मैं करूंगा सर” इसी दौरान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अब इस मामले पर बहस भी शुरू हो चुकी है. लोगों का कहना है कि इस तरह की सार्वजनिक फटकार अधिकारियों का मनोबल गिराती है और यह निजी तौर पर किया जाना चाहिए था.
जीतू पटवारी ने उठाए सीएम मोहन पद सवालमुख्यमंत्री जी,
आप फोटो, रील्स, वीडियो, मीडिया, हेडलाइन के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं! हो सकता है आपको यही सही/जरूरी लगता है!लेकिन, मुझे लगता है किसान की मदद के लिए सर्वे, खाद, बीज, बीमा, मुआवजा, सही समय पर निर्णय और सरकारी खजाना जरूरी है!
कृपया ध्यान दें!@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/QzkQ64jGb3
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari)
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने यादव की इस शैली की आलोचना की है. एक्स पर एक पोस्ट में, पटवारी ने लिखा मुख्यमंत्री जी, आप फोटो, रील्स, वीडियो, मीडिया, हेडलाइंस के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं! हो सकता है आपको यह सही/जरूरी लगता है! लेकिन, मुझे लगता है किसान की मदद के लिए सर्वे, खाद, बीज, बीमा, मुआवजा, सही समय पर निर्णय और सरकारी खजाना जरूरी है! कृपया ध्यान दें!