नेतन्याहू को ट्रंप की चेतावनी, कहा- इजराइल को कतर के साथ बरतनी होगी सावधानी, वह हमारा बड़ा सहयोगी
TV9 Bharatvarsh September 15, 2025 04:42 PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इजराइल को कतर के साथ अपने व्यवहार में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए. एक पत्रकार ने उनसे न्यूजर्सी एयरपोर्ट पर पूछा कि क्या उनके पास इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लिए कोई संदेश है. दरअसल, इजराइल ने 9 सितंबर को कतर में हमास नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे.

ट्रंप ने कहा कि इजराइल को हमास के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन उसे ध्यान रखना चाहिए कि कतर अमेरिका का बड़ा सहयोगी है. कतर ने अमेरिका के साथ लंबे समय से अच्छे रिश्ते बनाए रखे हैं. दरअसल, मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा मिलिट्री बेस (अल उदीद) कतर में है. कतर में करीब 10 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.

कतर के PM ने ट्रंप से मुलाकात की थी

कतर के प्रधानंमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने शुक्रवार को ट्रंप से मुलाकात की थी. ट्रंप ने कहा कि थानी अद्भुत शख्स हैं. ट्रंप ने अब सुझाव दिया है कि कतर को अपनी छवि सुधारने के लिए बेहतर जनसंपर्क (PR) करना चाहिए, क्योंकि लोग उसके बारे में गलत राय रखते हैं.

Reporter: What is your message to Netanyahu about strikes on Qatar?

Trump: They have be very careful. They have to do something about Hamas. But Qatar has been a great ally to the US. A lot of people dont know that. pic.twitter.com/HyfZlLN1Ab

— Acyn (@Acyn)

दोहा में आज अरब-इस्लामी समिट

राजधानी दोहा में हुए इजराइली हमले के बाद कतर सरकार ने 15 सितंबर यानी आज आपातकालीन अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन बुलाया है. कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-थानी ने कहा कि पिछले हफ्ते हुआ हमला मध्यस्थता के सिद्धांत पर ही हमला था, लेकिन हम युद्धविराम के लिए कोशिश करते रहेंगे. दरअसल, कतर ने इजराइल-हमास के बीच युद्ध विराम, गाजा में बंधकों की रिहाई और जंग खत्म होने के बाद गाजा के प्लान को लेकर बातचीत में अहम मध्यस्थ की भूमिका निभाई है.

इजराइल को हमले के लिए सजा मिले: कतर

9 सितंबर के हमले के बाद अल थानी ने आरोप लगाया कि इजराइल शांति की पहल खत्म करना चाहता है, लेकिन कतर मध्यस्थता से पीछे नहीं हटेगा. रविवार को थानी ने कहा, अब समय आ गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दोहरे मापदंड अपनाना बंद करे और इजराइल को उसके अपराधों की सजा दे. आज दोहा में होने वाली अरब-इस्लामी समिट के दौरान अरब देश इजराइल के खिलाफ कोई कदम उठा सकते हैं. अरब देश इजराइल से संबंध तोड़ने का भी ऐलान कर सकते हैं.

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.