उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। शहर कोतवाली क्षेत्र में 12 साल की एक नाबालिग छात्रा के साथ दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया है। आरोपी दोनों युवक छात्रा के पड़ोस में किराए पर रहते थे और आईटीआइ व डी फार्मा के छात्र हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, 12 वर्षीय पीड़िता एक इंटर कॉलेज में कक्षा 8 में पढ़ती है। उसके पड़ोस में किराए पर रहने वाले 21 वर्षीय रुस्तम यादव (आईटीआइ छात्र) और 19 वर्षीय प्रियांशु (डी फार्मा छात्र) ने पीड़िता से जान-पहचान बढ़ाई थी। वे अक्सर उसे टॉफी और चॉकलेट देते थे, जिससे मासूम लड़की को उन पर भरोसा हो गया था।
बर्थडे पार्टी का बहाना बनाकर किया अपहरण
घटना 30 अगस्त की है, जो पीड़िता का जन्मदिन भी था। स्कूल से घर लौटते समय रास्ते में दोनों आरोपियों ने उसे रोका और कहा कि वे उसका जन्मदिन मनाना चाहते हैं। लड़की उनके बहकावे में आ गई और बिना कुछ सोचे-समझे उनके साथ चली गई। दोनों उसे अपने एक दोस्त के मकान में ले गए, जहां उन्होंने उसके साथ जबरदस्ती की और सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। जब पीड़िता ने विरोध करने की कोशिश की, तो दोनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने धमकाते हुए कहा कि अगर उसने यह बात किसी को बताई या दोबारा बुलाने पर नहीं आई, तो वे उसे और उसके परिवार को जान से मार देंगे।
परिवार को बताई आपबीती, पुलिस ने की कार्रवाई
गैंगरेप के बाद जब पीड़िता घर लौटी, तो उसके व्यवहार में बड़ा बदलाव आ गया था। वह डरी-सहमी और चुप रहने लगी थी। उसके माता-पिता ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की, तो पीड़िता ने पूरी घटना बताई। इसके बाद, पीड़िता के पिता ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और दोनों आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने रुस्तम यादव और प्रियांशु को सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। यह घटना एक बार फिर समाज में लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है और यह भी दर्शाती है कि कैसे मासूमियत का फायदा उठाकर अपराधी अपनी दरिंदगी को अंजाम दे रहे हैं।