MP: बालाघाट से नक्सलियों ने किया युवक का अपहरण, कागज पर लिखा- 'मुखबीर था, इसलिए दी मौत की सजा…', दहशत में परिवार
TV9 Bharatvarsh September 18, 2025 03:42 PM

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक बार फिर मुखबिरी के शक में एक युवक का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया. आशंंका जताई जा रही की युवक की हत्या कर दी गई है. इस पूरी घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों के 1000 जवानों को जंगलों में उतारा गया है जो लगातार सर्चिंग अभियान चला रहे हैं. मामला लांजी थाना क्षेत्र के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित क्षेत्र कहे जाने वाले सुलसुली पुलिस चौकी का है. युवका का नाम देवेंद्र यादव बताया जा रहा है. उसकी उम्र 30 साल बताई जा रही है.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक देवेंद्र यादव ग्राम पौंसेरा का रहने वाला था. वह पास के ग्राम चिलोरा से लगभग 8-10 किलोमीटर दूर जंगल में स्थित दहियान में रहकर घी-दही बेचने का काम करता था. वो इसी से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था. बताया जाता है कि 16 सितंबर की देर शाम वह अचानक लापता हो गया. परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला.

नक्सलियों ने छोड़ा पत्र

इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. देवेंद्र के चाचा ने पुलिस को बताया कि अज्ञात हथियारबंद नक्सली उसे उठा ले गए हैं. घटना स्थल पर नक्सलियों ने मलाजखंड एरिया कमेंटी के नाम से दो पर्चे भी छोड़े. पर्चों में देवेंद्र को पुलिस का मुखबिर बताया गया है और उसमें यह भी कहा गया है कि उसकी सजा मौत होगी.

पत्र में क्या?

नक्सलियों के द्वारा मलजखंड एरिया कमेटी भा: क: पाः माओवादी के नाम दो पत्र छोड़े गए है जिसमे पहले पत्र में लिखा है कि, यह आदमी देवेंद्र उर्फ धदू पुलिस मुखार था माओवादी पार्टी दल का समाचार 3 से 4 बार दिया था और पता साजी करना डेराओं को ढूढ़ता था और पुलिस को खबर देता था! ईसको पुलिस ने ही जगंल पर दहान के नाम से बैठाया था. पीतकोना पुलिस चौकी वालों को दही दुध पहुंचाता था.

यह सभी जांच करने के बाद इसको मौत का सजा दिया गया था ! बाकी और कोई भी पुलिस मुखबिर बनकर जनविरोधी काम पर नहीं बनना है. इनके जैसे मुखबिर न बने, हर ग्राम वासियों अपने अपने गांव में सुधारे. वहीं दूसरे पत्र में लिखा है कि – पुलिस हमारे ही गरीब लोगो से एक दुसरे को लड़वाकर मरवाने का काम करते हैं. पुलिस सामंतवादी साम्राज्यवादियों का रक्षा करती है. गरीबों को लुटती हैं. विस्थापीत और विनाश करती है. इसलिए पुलिस से दूर रहीए. मलाजखंड एरिया कमेटी भाः कःपाः (माओवादी)

सुरक्षा बल ने संभाला मोर्चा

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाला लिया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से इस मामले को गंभीरता से लिया गया और लगभग 1000 जवानों को जंगल में तलाशी अभियान के लिए उतारा गया है. जवान लगातार जंगल में छानबीन कर रहे हैं. अब तक देवेंद्र का कोई सुराग नहीं लग पाया है. स्थानीय स्तर पर खबरें आ रही हैं कि नक्सलियों ने देवेंद्र यादव की हत्या कर दी है. हालांकि पुलिस ने इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. इस वजह से परिवार और गांव के लोग अभी भी भय के माहौल में जी रहे हैं.

पुलिस ने दी जानकारी

इस पूरे मामले पर पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देवेंद्र यादव नाम के युवक के अपहरण और लापता होने की सूचना हमें मिली है. उसकी तलाश की जा रही है. हत्या किए जाने की अभी हमारे पास कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, अंदेशा है कि नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी होगी, लेकिन जब तक ठोस सूचना नहीं मिलती हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते.

युवक की तलाश में सुरक्षा बल

देवेंद्र यादव के माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है. उसके परिवार में तीन बहनें हैं. इनमें से दो की शादी हो चुकी है जबकि एक बहन पौंसेरा में रहती है. देवेंद्र अपनी आजीविका दहियान में रहकर घी-दही बेचकर चला रहा था. अपहरण के बाद से पूरा परिवार गहरे सदमे में है. पुलिस और सुरक्षा बल पूरी कोशिश में हैं कि युवक का पता लगाया जा सके. फिलहाल, प्रशासन की नज़रें सर्चिंग अभियान पर टिकी हुई हैं और परिवार अपने देवेंद्र के सुरक्षित लौटने की दुआ कर रहा है.

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.