राजस्थान के अजमेर में एक महिला ने पहले अपनी तीन साल की बेटी को लोरी सुनाई, फिर सोती हुई बच्ची को लेकर झील के किनारे टहलने गई और अचानक उसे झील में फेंक दिया। इसके बाद महिला ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
राजस्थान के अजमेर में अपने पति को छोड़कर दूसरे आदमी के साथ रह रही यह महिला कथित तौर पर अपनी बेटी को लेकर अपने पति के तानों से तंग आ चुकी थी। मंगलवार देर रात गश्त के दौरान हेड कांस्टेबल गोविंद शर्मा की नज़र सड़क पर एक जोड़े पर पड़ी और उन्होंने पूछा कि वे क्या कर रहे हैं। महिला ने अपना नाम अंजलि बताया और बताया कि वह अपनी बेटी के साथ घर से निकली थी, लेकिन बच्ची रास्ते में अचानक गायब हो गई। उसने दावा किया कि उन्होंने पूरी रात उसकी तलाश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
पुलिस ने जाँच की और एक गहरा राज़ उजागर हुआ
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखी और अंजलि (उर्फ प्रिया) को शहर की आना सागर झील के किनारे अपनी बेटी को गोद में लिए टहलते हुए पाया। कुछ घंटे बाद, लगभग 1:30 बजे, महिला अकेली दिखाई दी, अपने मोबाइल फोन पर व्यस्त। सीसीटीवी फुटेज उसके बयान से उलट थी और शक पैदा कर रही थी। अगली सुबह, बुधवार को पुलिस को झील में बच्ची का शव मिला। पूछताछ के दौरान, अंजलि कथित तौर पर टूट गई और उसने अपनी बेटी को कृत्रिम झील में फेंकने की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस ने पाया कि अंजलि ने अकेले ही अपराध किया था। उसके लिव-इन पार्टनर, अलकेश ने रात 2 बजे बच्ची के लापता होने की सूचना दी। अंजलि का आरोप है कि अलकेश उसे उसके बच्चे के बारे में ताना मार रहा था, और उसने "तनाव" में ऐसा किया। 28 वर्षीय अंजलि उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली है। पति से अलग होने के बाद, वह अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए अजमेर चली गई। वह अजमेर के एक होटल में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती है, जहाँ अलकेश भी काम करता है।