वैशाली के मोहम्मदपुर पोझा गांव में सड़क मुद्दे पर महापंचायत, ग्रामीणों ने उठाया "सड़क नहीं तो वोट नहीं" का नारा
Samachar Nama Hindi September 19, 2025 09:42 PM

वैशाली विधानसभा क्षेत्र के मोहम्मदपुर पोझा गांव में ग्रामीणों ने सड़क की खराब स्थिति को लेकर महापंचायत का आयोजन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने जोरदार नारे लगाते हुए कहा, "सड़क नहीं तो वोट नहीं," और स्थानीय विधायक सिद्धार्थ पटेल के खिलाफ विरोध जताया। उन्होंने आगामी चुनावों में मतदान बहिष्कार की चेतावनी भी दी।

ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक सिद्धार्थ पटेल ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में इस सड़क को अपनी प्रथम प्राथमिकता बताते हुए निर्माण और मरम्मत का वादा किया था। हालांकि, उनके विधायक बनने के पांच साल बीत चुके हैं, लेकिन सड़क का निर्माण या मरम्मत अब तक नहीं हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की खराब स्थिति से उनके दैनिक जीवन पर गंभीर असर पड़ रहा है।

महापंचायत में ग्रामीणों ने बताया कि वर्षा के मौसम में सड़क पूरी तरह अशुरक्षित और पानी में डूबी हो जाती है, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों, किसानों और अन्य ग्रामीणों की दैनिक गतिविधियों में कठिनाई आती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और विधायक द्वारा किए गए वादों का अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं दिखाई दिया।

ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे आगामी चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे। महापंचायत में शामिल लोगों का कहना था कि यह नारा केवल विरोध नहीं, बल्कि उनकी सुनवाई और अधिकारों की मांग है।

स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सड़क जैसी बुनियादी सुविधा का लंबित रह जाना चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का गुस्सा और विरोध अभियान स्थानीय राजनीतिक समीकरण पर असर डाल सकता है।

विधायक सिद्धार्थ पटेल ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, ग्रामीणों ने कहा कि उनकी मांग केवल सड़क निर्माण और मरम्मत तक सीमित है और अन्य किसी राजनीतिक लाभ की तलाश नहीं है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की महापंचायतें स्थानीय प्रशासन और प्रतिनिधियों के लिए चेतावनी का संकेत होती हैं। उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दों की अनदेखी लंबे समय तक राजनीतिक प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

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