मुकेश सहनी ने सरकार पर साधा निशाना, बदलाव और निष्पक्ष जांच की मांग
Samachar Nama Hindi September 20, 2025 01:42 PM

वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि यदि सरकार बेलगाम हो रही है तो मीडिया को अपनी आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से 22 नवंबर से पहले राज्य में बदलाव की बात कही और संकेत दिया कि महागठबंधन सरकार बनने पर कुछ अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सहनी ने विशेष रूप से कहा कि महागठबंधन की सरकार आने पर जीवेश कुमार को जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी। उनके बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और विपक्ष के नेताओं में उत्साह बढ़ा दिया है।

इस मौके पर मुकेश सहनी ने यूट्यूबर दिलीप सहनी पर हाल ही में हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की हिंसक घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने मीडिया और प्रशासन दोनों से अपील की कि घटना की सही जांच सुनिश्चित की जाए और दोषियों को कानून के अनुसार सजा मिले।

सहनी के बयान पर कांग्रेस नेता उस्मानी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुकेश सहनी सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नेता केवल राजनीतिक फायदे के लिए राज्य के मुद्दों को उभार रहे हैं। कांग्रेस नेता का कहना था कि जनता इस तरह की बयानबाज़ियों से भ्रमित न हो और सभी राजनीतिक पार्टियों को संवेदनशील मुद्दों पर संयम बरतना चाहिए।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मुकेश सहनी के बयान आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान राजनीतिक माहौल को गर्म करने और समर्थकों को जुटाने का तरीका भी हो सकता है। वहीं, विपक्षी दलों के लिए यह चुनौती बन सकती है कि वे अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से जनता के सामने रखें।

विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि यूट्यूबर और आम नागरिकों पर हमले की घटनाओं के प्रति राजनीतिक नेताओं का ध्यान आकर्षित करना आवश्यक है। इससे न केवल मीडिया और नागरिक सुरक्षा पर सवाल उठते हैं, बल्कि शासन और प्रशासन की जवाबदेही भी परीक्षा में आती है।

मुकेश सहनी के इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उनके समर्थकों ने कहा कि यह बयान न्याय और कानून व्यवस्था के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है। वहीं, विपक्ष ने इसे चुनावी रणनीति और राजनीतिक दबाव बनाने का तरीका बताया।

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि आने वाले दिनों में सहनी के इस बयान के असर और महागठबंधन सरकार की संभावनाओं पर सभी दलों की नजर रहेगी। उन्होंने कहा कि इस बयान ने राज्य की राजनीतिक बहस को और अधिक तेज कर दिया है।

इस प्रकार, मुकेश सहनी के बयान ने राज्य में राजनीतिक चर्चा और मीडिया में सक्रियता को बढ़ा दिया है। यूट्यूबर पर हमले, सत्ता दुरुपयोग और संभावित बदलाव जैसे मुद्दों ने जनता और राजनीतिक दलों दोनों के लिए नए सवाल खड़े कर दिए हैं।

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