नई दिल्ली। सरकारी पेंशनधारकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जो उनके चेहरों पर मुस्कान ला सकती है। केंद्र सरकार जल्द ही 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दे सकती है, और इस खबर ने रिटायर्ड कर्मचारियों में नई उम्मीद जगा दी है। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो 1 जनवरी 2026 से यह लागू हो सकता है। इससे पेंशन में 30% से 34% तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है, और कुछ खास मामलों में यह वृद्धि 186% तक भी जा सकती है। हालांकि, अंतिम फैसला आयोग की सिफारिशों के बाद ही होगा।
फिटमेंट फैक्टर: पेंशन बढ़ोतरी का आधार8वें वेतन आयोग के तहत पेंशन में बढ़ोतरी का सबसे अहम हिस्सा है “फिटमेंट फैक्टर”। अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन खबरों और विशेषज्ञों की मानें तो यह 2.86 या इससे थोड़ा कम-ज्यादा हो सकता है। बता दें कि 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। यह फिटमेंट फैक्टर पेंशन और वेतन दोनों पर सीधा असर डालता है, यानी जितना ज्यादा फिटमेंट फैक्टर, उतनी ज्यादा पेंशन!
कितनी बढ़ सकती है पेंशन?पेंशन में बढ़ोतरी को लेकर अनुमान लगाए जा रहे हैं। सामान्य तौर पर 30% से 34% तक की वृद्धि की उम्मीद है। लेकिन खास बात यह है कि न्यूनतम पेंशन में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है।
न्यूनतम पेंशन में बड़ा बदलाव7वें वेतन आयोग में न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये थी। लेकिन 8वें वेतन आयोग के तहत यह बढ़कर 20,500 रुपये से 25,740 रुपये तक हो सकती है। यानी करीब 186% की शानदार बढ़ोतरी! यह खबर उन रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है, जो लंबे समय से पेंशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
पेंशन की गणना कैसे होगी?पेंशन की गणना दो तरीकों से की जाती है, और जो ज्यादा फायदेमंद हो, उसे चुना जाता है:
8वें वेतन आयोग में नया फिटमेंट फैक्टर लागू होने के बाद उसी के आधार पर संशोधित वेतन निकाला जाएगा, और फिर उस हिसाब से पेंशन तय होगी।
उदाहरण से समझेंमान लीजिए, किसी रिटायर्ड कर्मचारी का अंतिम मूल वेतन 20,300 रुपये है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो:
यह पुरानी पेंशन के मुकाबले कहीं ज्यादा है, और रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए यह एक बड़ी राहत होगी।
महंगाई राहत (DR) का क्या होगा?हर नए वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई राहत (DR) को शून्य पर रीसेट कर दिया जाता है। 8वें वेतन आयोग के बाद भी ऐसा ही होगा। शुरुआती महीनों में DR शून्य रहेगा, लेकिन जैसे-जैसे महंगाई सूचकांक बढ़ेगा, DR में भी इजाफा होगा। इससे पेंशनधारकों को समय के साथ और ज्यादा फायदा मिलेगा।