बिहार में मॉनसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है, जिससे पूरे राज्य में बारिश का दौर शुरू हो गया है. मौसम विभाग ने राज्य के 24 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें बारिश, वज्रपात और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है.
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र का सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ रहा है, जिससे अगले तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है.
राज्यभर में बारिश और वज्रपात से मौत
राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई है. बीते 24 घंटों में पटना, सुपौल, नालंदा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और छपरा जैसे जिलों में बारिश हुई है.
हालांकि, इस दौरान वज्रपात की घटनाओं से कई लोगों की जान भी गई है. सिवान के गंभीर गांव में शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से 40 वर्षीय आशा देवी की मौत हो गई, जबकि उनकी साथी गंभीर रूप से घायल हो गईं. इसी तरह, वैशाली के बरडीहा गांव में भी शुक्रवार शाम 40 वर्षीय मिंता देवी वज्रपात की चपेट में आ गईं और उनकी मौत हो गई. नवादा जिले में भी वज्रपात से एक मजदूर की मौत की खबर है.
राजधानी पटना में जलजमाव
राजधानी पटना में शनिवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे, जिसके बाद दिन के करीब 10 बजे तेज बारिश शुरू हो गई. मूसलाधार बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जलजमाव की यह स्थिति पटना में अक्सर देखी जाती है, जिसका मुख्य कारण अपर्याप्त और खराब ड्रेनेज सिस्टम माना जाता है. बीते 24 घंटों में पटना में इस सीजन की सर्वाधिक 40.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई मोहल्लों में पानी भर गया.
अगले तीन दिनों तक रहेगा मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र अभी भी मजबूत स्थिति में है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 20 से 22 सितंबर के बीच राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. इस दौरान उत्तर बिहार और सीमावर्ती जिलों में बारिश का ज्यादा असर देखने को मिलेगा, जबकि दक्षिण बिहार के जिलों में भी छिटपुट बारिश के आसार बने हुए हैं. लगातार बारिश से अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी.
लोगों के लिए चेतावनी
आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे वज्रपात और तेज हवाओं से बचाव के लिए सतर्क रहें. खराब मौसम के दौरान घरों के अंदर ही रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है. वज्रपात की स्थिति में खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और बिजली के खंभों के पास न रुकें। सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है.