एक महीने के बच्चे के पेट में दो भ्रूण मिले! सुनने में ये झूठी खबर लग सकती है। लेकिन मेडिकल इतिहास में बहुत ही कम देखी जाने वाली ये घटना अब भारत में गुरुग्राम में सामने आई है। एक महीने के बच्चे के पेट में दो भ्रूण मिले हैं। इसे ‘भ्रूण के अंदर भ्रूण’ (fetus in fetu) कहते हैं, जो एक दुर्लभ स्थिति है। गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च सेंटर से ये मामला सामने आया है।
एक महीने की बच्ची का पेट असामान्य रूप से फूला हुआ था। इसके अलावा, दूध पीने में तकलीफ और बेचैनी जैसे लक्षण दिखने पर माता-पिता उसे अस्पताल ले गए। स्कैन करने पर डॉक्टरों ने उसके पेट में दो अविकसित भ्रूण पाए। फिर, पीडियाट्रिक सर्जरी और एनेस्थीसिया विभाग की देखरेख में सर्जरी करके भ्रूणों को निकाला गया। ‘सबसे बड़ी चुनौती इतने छोटे नवजात शिशु की सर्जरी करना था। जटिलताओं से बचने के लिए पोस्ट-ऑपरेटिव केयर भी बहुत अच्छी होनी चाहिए। छोटे नवजात शिशुओं में दर्द का प्रबंधन भी एक चुनौती है।’- गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के पीडियाट्रिक सर्जरी निदेशक डॉ. आनंद सिन्हा ने कहा।
फेटस इन फेटू नामक यह स्थिति दुनिया में पांच लाख में से केवल एक व्यक्ति में होती है। दुनिया भर में अब तक केवल पैंतीस ऐसे मामले सामने आए हैं। इसमें एक स्वस्थ बच्चे के शरीर के अंदर एक अविकसित भ्रूण विकसित होता है। यह स्थिति गर्भावस्था के शुरुआती चरण में होती है। कई बार इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। गर्भावस्था के दौरान स्कैन और नवजात शिशु के स्कैन से इसका पता चलता है।