2 बूंद घी में तैयार, हर कौर में स्वाद का सैलाब
नवरात्रि का पर्व आते ही घरों में व्रत और उपवास के लिए विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं। इस दौरान साधारण भोजन के स्थान पर फलाहारी और सात्विक व्यंजन का सेवन किया जाता है। फलाहारी डोसा और चटनी ऐसे ही खास व्यंजनों में से एक है, जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पचाने में भी हल्का होता है। यह डोसा उपवास के दौरान पेट को हल्का रखने के साथ-साथ शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।
सामक के चावल (बर्राई चावल), साबूदाना, सेंधा नमक, दही, काली मिर्च पाउडर और पानी। सामक और साबूदाना दोनों व्रत में उपयोग होने वाली मुख्य सामग्री हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती हैं। दही और सेंधा नमक इस व्यंजन के स्वाद को और भी बढ़ाते हैं।
सामक के चावल और साबूदाना को अच्छे से धोकर 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। फिर इन्हें मिक्सी में डालकर दही और थोड़ा पानी मिलाकर बारीक पीस लें। इस मिश्रण को एक बड़े बर्तन में निकालें और इसमें सेंधा नमक और काली मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से फेंट लें। यह घोल न ज्यादा गाढ़ा होना चाहिए और न ज्यादा पतला।
डोसा बनाने के लिए नॉन-स्टिक तवे को हल्का गर्म करें और उस पर घी की पतली परत लगाएं। अब एक करछी घोल लेकर तवे पर डालें और हल्के हाथों से गोलाकार फैलाएं। इसे धीमी आंच पर सेंकें। जब एक तरफ सुनहरा हो जाए तो पलटकर दूसरी तरफ से भी सेंक लें। इसी तरह सभी डोसे तैयार कर लें।
ताजा नारियल, मूंगफली, हरी मिर्च, अदरक, सेंधा नमक और नींबू का रस। बनाने की विधि सरल है। नारियल और भुनी हुई मूंगफली को मिक्सी में डालें। इसमें हरी मिर्च, अदरक और थोड़ा पानी डालकर पीस लें। जब यह बारीक पेस्ट बन जाए तो इसमें सेंधा नमक और नींबू का रस डालकर अच्छे से मिला लें।
फलाहारी डोसा और चटनी व्रत के दौरान खाने से आपको स्वाद के साथ-साथ ऊर्जा भी मिलेगी। खास बात यह है कि इसे बनाना आसान है और कम समय में तैयार किया जा सकता है। इस नवरात्रि, आप भी अपने परिवार के लिए यह विशेष फलाहारी डोसा बनाकर व्रत का आनंद और बढ़ा सकते हैं।