लेकिन क्या आप जानते हैं, यही चुकंदर अगर गलत तरीके या ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो शरीर को फायदा नहीं बल्कि नुकसान पहुंचा सकता है? डॉक्टर चेतावनी दे रहे हैं कि हर हेल्दी चीज हर किसी के लिए सही नहीं होती।
चुकंदर को लेकर फैली सबसे बड़ी गलतफहमी
जब भी शरीर में खून की कमी की बात होती है, लोग सबसे पहले चुकंदर का नाम लेते हैं। खासतौर पर महिलाएं और युवा इसे जूस या सलाद में रोज़ाना लेने लगते हैं। लेकिन चुकंदर में मौजूद आयरन बहुत सीमित मात्रा में होता है, और यह शरीर में आसानी से अब्ज़ॉर्ब भी नहीं होता। इस वजह से यह खून बढ़ाने का भरोसेमंद स्रोत नहीं है।
चुकंदर के नुकसान
लो ब्लड प्रेशर वालों के लिए खतरे की घंटी
चुकंदर प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने का काम करता है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति का पहले से ही ब्लड प्रेशर लो रहता है, तो चुकंदर का सेवन उसकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है। लगातार सेवन से चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोशी जैसी परेशानी हो सकती है। इसलिए लो बीपी वाले लोगों को चुकंदर खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
किडनी स्टोन का खतरा बढ़ाता है
चुकंदर में ऑक्सलेट (Oxalate) की मात्रा काफी अधिक होती है, जो शरीर में जाकर कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी (किडनी स्टोन) बना सकता है। अगर आप रोज़ाना या ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में चुकंदर खाते हैं, तो यह आपकी किडनी पर दबाव डाल सकता है और स्टोन बनने का खतरा बढ़ा देता है। इसलिए चुकंदर का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
लिवर पर बढ़ता दबाव
चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स की अधिक मात्रा लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालती है। जब इन नाइट्रेट्स को लिवर प्रोसेस करता है, तो उसकी कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। लंबे समय तक इसका अत्यधिक सेवन लिवर में सूजन (Inflammation) या इंफेक्शन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए चुकंदर का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
खाली पेट खाने से पाचन गड़बड़
सुबह खाली पेट चुकंदर का जूस या सलाद खाने से पेट पर अचानक एसिडिटी बढ़ सकती है, जिससे गैस, पेट फूलना, अपच और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें इसे खाली पेट नहीं लेना चाहिए। बेहतर है कि चुकंदर को भोजन के साथ या दिन में बाद में खाया जाए, ताकि शरीर इसे आसानी से पचा सके।
कब और कैसे खाएं चुकंदर
दिन में आधा कप या लगभग 100 ग्राम से अधिक न खाएं।
इसे भोजन के साथ या बाद में लें, खाली पेट नहीं।
उबालकर या सलाद में शामिल करें, ताकि ऑक्सलेट की मात्रा कम हो जाए।
गर्भवती महिलाएं या लो बीपी, किडनी या लिवर रोगी डॉक्टर की सलाह के बिना न खाएं।
रोज़ नहीं, बल्कि हफ्ते में 2-3 बार ही लें।
चुकंदर के फायदे भी हैं, लेकिन संतुलन जरूरी
चुकंदर में फोलिक एसिड, विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाते हैं। लेकिन ज्यादा अच्छा हमेशा अच्छा नहीं होता। ओवरडोज़ से बॉडी की केमिस्ट्री बिगड़ सकती है, और फायदा उल्टा नुकसान बन जाता है। अगर आप भी चुकंदर को रोज़ाना खून बढ़ाने वाली सब्ज़ी मानकर खाते हैं, तो अब वक्त है सतर्क होने का। अगली बार चुकंदर सलाद में डालें या जूस बनाएं, तो सोचिए। आप अपने शरीर को दे रहे हैं पोषण या परेशानी?