देश की जानी-मानी वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी Tata Capital के बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को उम्मीद के अनुसार जोश नहीं मिल पाया है। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, इश्यू को निवेशकों से मिला-जुला, बल्कि थोड़ा ठंडा रिस्पॉन्स मिला है। हालांकि बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह धीमा प्रदर्शन लंबी अवधि की संभावनाओं को प्रभावित नहीं करेगा।
Tata Capital का यह IPO मार्केट में भरोसे का प्रतीक माने जाने वाले टाटा ग्रुप की कंपनियों में से एक का है, जिससे शुरुआती उत्साह की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन खुदरा निवेशकों और एनआईआई (नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) की भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही। विशेषज्ञ इसे बाजार में हालिया उतार-चढ़ाव, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और निवेशकों की सतर्कता से जोड़कर देख रहे हैं।
9% तक उछाल की उम्मीद
हालांकि, ब्रोकरेज फर्मों और इक्विटी विश्लेषकों की राय इससे बिल्कुल उलट है। उनका मानना है कि लिस्टिंग के दिन Tata Capital का शेयर 8 से 9 फीसदी तक ऊपर जा सकता है। फंडामेंटल्स और टाटा ब्रांड पर भरोसे के चलते यह कंपनी मिड टू लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न दे सकती है।
HDFC Securities, Motilal Oswal और ICICI Direct जैसे बड़े ब्रोकरेज हाउस ने Tata Capital को लेकर ‘सब्सक्राइब विद लॉन्ग टर्म व्यू’ की सलाह दी है। उनका कहना है कि कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है, कर्ज की गुणवत्ता नियंत्रण में है और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में इसका ट्रैक रिकॉर्ड भरोसेमंद रहा है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
IPO के पहले दिन तक, कुल इश्यू को सिर्फ 55% तक सब्सक्रिप्शन मिला। क्यूआईबी (Qualified Institutional Buyers) का रुझान अपेक्षाकृत अच्छा रहा, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी कम देखी गई। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक शायद लिस्टिंग के बाद के प्रदर्शन को देखकर पोजीशन लेने की योजना बना रहे हैं।
लंबी अवधि के लिए बेहतर मौका?
विशेषज्ञों का मानना है कि Tata Capital की ग्रोथ कहानी अभी पूरी तरह खुली नहीं है। NBFC सेक्टर में इसका संतुलित पोर्टफोलियो, क्रेडिट प्रोफाइल और मजबूत मैनेजमेंट टीम इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाते हैं। इसके साथ ही, डिजिटल फाइनेंस में कंपनी की बढ़ती पकड़ इसे भविष्य के लिए और भी आकर्षक बना सकती है।
निवेशक क्या करें?
मार्केट एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि जो निवेशक लिस्टिंग डे पर मुनाफा कमाने के उद्देश्य से निवेश करना चाहते हैं, उन्हें थोड़ा सतर्क रहना चाहिए। लेकिन जो लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट की सोच रखते हैं, उनके लिए यह IPO अच्छा मौका साबित हो सकता है, खासकर टाटा ब्रांड की विश्वसनीयता को देखते हुए।
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