एनीमिया और लिवर डिटॉक्स के लिए काली किशमिश का पानी है कारगर, रोजाना करें सेवन
Navyug Sandesh Hindi October 14, 2025 04:42 AM

स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक उपचार हमेशा से प्रभावी और सुरक्षित माने गए हैं। ऐसे में काली किशमिश का पानी एक ऐसा घरेलू नुस्खा है, जिसे आजकल सेहत के लिए वरदान माना जा रहा है। विशेषज्ञों की माने तो रोजाना सुबह खाली पेट काली किशमिश का पानी पीने से न केवल एनीमिया की समस्या में आराम मिलता है, बल्कि यह लिवर को भी डिटॉक्स करता है और शरीर को संपूर्ण पोषण प्रदान करता है।

काली किशमिश में छुपे हैं सेहत के अनेकों फायदे

काली किशमिश में विटामिन्स, मिनरल्स, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, रक्त संचार सुधारते हैं और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद आयरन की मात्रा एनीमिया रोगियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होती है।

एनीमिया से राहत पाने में काली किशमिश का पानी है कारगर

एनीमिया, जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, खासतौर पर महिलाओं और बच्चों में आम है। काली किशमिश का पानी रोजाना सेवन करने से आयरन का स्तर बढ़ता है, जिससे रक्त में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है। इससे शरीर में कमजोरी, थकान और चक्कर आने जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं।

लिवर डिटॉक्स में मददगार

काली किशमिश का पानी शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में भी सहायक होता है। यह लिवर की सफाई करता है और उसकी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है। लिवर की सही देखभाल से पाचन तंत्र बेहतर होता है और त्वचा भी स्वस्थ रहती है।

काली किशमिश का पानी कैसे तैयार करें?

एक मुट्ठी काली किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रखें।

सुबह खाली पेट इस पानी को छानकर पीएं।

इसके बाद किशमिश को भी खा सकते हैं।

इसे नियमित 21 दिन तक अपनाएं, असर दिखने लगेगा।

ध्यान देने योग्य बातें

यदि आपको कोई एलर्जी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट में गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए संतुलित मात्रा में ही प्रयोग करें।

शुगर या अन्य किसी चीज़ को बिना डॉक्टर की सलाह के न मिलाएं।

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