दिमाग यानी ब्रेन की सेहत हमारी समग्र जीवनशैली के लिए बेहद जरूरी है। आज की तेज-तर्रार ज़िंदगी, बढ़ती तनाव की स्थिति और गलत खान-पान के कारण दिमाग पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इसी संदर्भ में शुगर का दिमाग की कार्यप्रणाली पर पड़ने वाला प्रभाव भी वैज्ञानिकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या शुगर हमारे ब्रेन के लिए खतरनाक है?
शुगर यानी ग्लूकोज हमारे शरीर और मस्तिष्क के लिए प्राथमिक ऊर्जा स्रोत है। दिमाग का लगभग 20% ऊर्जा ग्लूकोज से ही मिलता है। लेकिन, अगर शुगर की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाए या यह गलत प्रकार की हो, तो यह दिमाग के कामकाज में बाधा डाल सकती है और याददाश्त कमजोर कर सकती है।
ब्रेन के लिए सही और गलत शुगर में अंतर
सही शुगर:
प्राकृतिक रूप से मिलने वाली शुगर जैसे फल, शहद, और दूध में पाया जाने वाला लैक्टोज। ये शुगर धीरे-धीरे रक्त में घुलती हैं और दिमाग को लगातार ऊर्जा देती हैं। इसके अलावा, इन शुगर स्रोतों में विटामिन्स, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर भी होते हैं, जो दिमाग की सुरक्षा में मददगार होते हैं।
गलत शुगर:
प्रोसेस्ड शुगर (जैसे की सफेद चीनी, कैन्डी, केक, पैकेज्ड फूड्स में छुपी शुगर) तेजी से रक्त में घुलकर ब्लड शुगर को बढ़ाती है। इससे दिमाग में सूजन (Inflammation) होती है और न्यूरोट्रांसमीटर की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। इससे याददाश्त कमजोर होने के साथ-साथ माइग्रेन, डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
शुगर और ब्रेन डिजीज के बीच संबंध
नवीनतम रिसर्च से पता चला है कि अधिक चीनी वाला आहार अल्जाइमर जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है। रक्त में उच्च शुगर स्तर मस्तिष्क के तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और सीखने तथा स्मृति की क्षमता को कम करता है।
ब्रेन के लिए शुगर लेने के सही तरीके
फलों को अपनी डाइट में शामिल करें — संतरा, सेब, केला, बेरीज़ जैसे फल
प्राकृतिक स्वीटनर जैसे शहद या गुड़ का सीमित उपयोग करें
अधिक प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से बचें
डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स शामिल करें
संतुलित मात्रा में पानी पिएं, ताकि मस्तिष्क हाइड्रेटेड रहे
डॉक्टर्स का सुझाव
विशेषज्ञ बताते हैं कि “ब्रेन हेल्थ के लिए शुगर का सेवन न कम हो और न ज्यादा। सही मात्रा और सही स्रोत का चुनाव मस्तिष्क को तेज़ और स्वस्थ बनाए रखता है। फास्ट फूड, पैकेज्ड मीठे पदार्थों से बचें और ताजे फल-सब्जियों पर भरोसा करें।”
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