अमेरिका के न्यू जर्सी में तूफान का खतरा बढ़ता जा रहा है. न्यू जर्सी में रविवार को नॉरईस्टर तूफान के खतरे को देखते हुए इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस तूफान के साथ 60 मील प्रति घंटे (करीब 96 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी.
नेशनल वेदर सर्विस के कॉलेज पार्क (मैरीलैंड) के मौसम विज्ञानी बॉब ओरेवेक ने कहा, सबसे बड़ा असर तटीय बाढ़ के रूप में देखने को मिलेगा, खासकर उत्तरी-पूर्वी नॉर्थ कैरोलाइना से लेकर न्यू जर्सी तट तक. मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी न्यू इंग्लैंड, न्यूयॉर्क सिटी क्षेत्र और साउथ कैरोलाइना के तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है.
तूफान से बढ़ रही मुश्किलनॉर्थ कैरोलाइना के आउटर बैंक्स इलाके में, जो इस सीजन में पहले भी तूफानों से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, रविवार को हाईवे 12 पर समुद्री पानी का ओवरवॉश शुरू हो गया. यह घटना बक्सटन के पास एक मोटल के पास हुई. डेर काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने ऑनलाइन चेतावनी जारी करते हुए यात्रियों से सावधानी बरतने और संपत्ति मालिकों को हाई टाइड (ऊंची लहर) के चलते अलर्ट रहने को कहा.
अलर्ट किया जारीमौसम विज्ञानी बॉब ओरेवेक ने कहा कि इस तूफान का सबसे ज्यादा असर तटीय इलाकों पर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि उत्तरी कैरोलाइना से लेकर न्यू जर्सी के तटीय क्षेत्रों तक बाढ़ आने की संभावना है. इसी वजह से नेशनल वेदर सर्विस ने न्यूयॉर्क सिटी में तटीय बाढ़ की चेतावनी और तेज हवा का अलर्ट जारी किया है.
हवाई यात्रा में हुई देरीइस तूफान का असर हवाई यात्रा पर भी दिख रहा है. नेवार्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर औसतन 80 मिनट की उड़ान देरी हो रही है. न्यूयॉर्क के जेएफके एयरपोर्ट, बोस्टन, फिलाडेल्फिया और वाशिंगटन डीसी के एयरपोर्ट्स पर भी इसी तरह की देरी दर्ज की जा रही है. कुछ जगहों पर देरी दो घंटे तक पहुंच गई है. रविवार दोपहर तक बोस्टन लोगन एयरपोर्ट पर औसतन 86 मिनट और नेवार्क एयरपोर्ट पर 80 मिनट की देरी की जानकारी मिली.
कार्यवाहक गवर्नर वे ने शनिवार रात इमरजेंसी की घोषणा की, क्योंकि गवर्नर फिल मर्फी राज्य से बाहर थे. उन्होंने कहा कि यह कदम एहतियातन उठाया गया है ताकि राज्य की आपातकालीन सेवाएं ज़रूरत पड़ने पर सक्रिय की जा सकें. अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है, क्योंकि तेज हवाएं, पेड़ गिरने और तटीय बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है.