आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग अपनी सेहत का खास ख्याल नहीं रख पाते। शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए हमें रोजाना व्यायाम करना जरूरी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उल्टा चलना भी सेहत के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है? जी हां, विशेषज्ञों के मुताबिक, रोजाना सिर्फ 10 मिनट उल्टा चलने से आप कई तरह की बीमारियों और परेशानियों से बच सकते हैं।
1. पीठ और रीढ़ की हड्डी को मिलेगा आराम
उल्टा चलने से शरीर का भार सामान्य चलने से अलग तरीके से रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है। इससे रीढ़ की हड्डी में तनाव कम होता है और पीठ दर्द में राहत मिलती है। यह कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर बेहतर सपोर्ट प्रदान करता है।
2. संतुलन और तंत्रिका तंत्र होगा मजबूत
उल्टा चलने से मस्तिष्क को अलग तरह की एक्टिविटी मिलती है, जो संतुलन क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। यह तंत्रिका तंत्र को सक्रिय रखता है और चाल-ढाल में सुधार लाता है। बुजुर्गों के लिए यह खासकर गिरने से बचाव के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है।
3. सांस लेने की क्षमता में सुधार
उल्टा चलने से फेफड़ों को बेहतर तरह से फैलने का मौका मिलता है, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। इससे शरीर की सहनशक्ति बढ़ती है और सांस लेने में दिक्कत महसूस नहीं होती। खासतौर पर उन लोगों के लिए यह फायदेमंद है जिन्हें अस्थमा या अन्य फेफड़ों की बीमारी है।
4. हृदय स्वास्थ्य में सुधार
रिवर्स वॉकिंग (उल्टा चलना) से हृदय की धड़कन नियंत्रित रहती है। यह रक्त परिसंचरण को बेहतर करता है और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मददगार साबित होता है। नियमित उल्टा चलने से दिल की बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
5. मानसिक तनाव में कमी
जब हम उल्टा चलते हैं तो मस्तिष्क की गतिविधियाँ बढ़ती हैं, जिससे मानसिक तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है। यह दिमाग को फ्रेश रखता है और मानसिक थकान को दूर करता है। इसके साथ ही याददाश्त भी तेज होती है।
कैसे करें उल्टा चलना सुरक्षित?
सबसे पहले, ऐसी जगह चुनें जहां कोई रुकावट न हो और फिसलन न हो।
शुरुआत में धीरे-धीरे चलें और ध्यान से कदम बढ़ाएं।
अगर किसी प्रकार की बीमारी या चोट हो तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
रोजाना 5-10 मिनट से शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
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