फेवरेट कॉफी कहीं बढ़ा तो नहीं रही कोलेस्ट्रॉल? रिसर्च ने खोली आंखें
Navyug Sandesh Hindi October 14, 2025 07:42 AM

कॉफी… सुबह की शुरुआत हो या थकान के बीच एक ब्रेक, ज्यादातर लोगों के लिए यह सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि एक आदत बन चुकी है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी यही फेवरेट कॉफी कहीं आपकी सेहत से ‘खेल’ तो नहीं कर रही?

हाल ही में हुई कई अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य शोधों में यह सामने आया है कि कॉफी का अत्यधिक सेवन, खासकर बिना फिल्टर वाली कॉफी, शरीर में LDL (बैड कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ा सकता है। यह दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ाने वाला एक गंभीर संकेत है।

क्या कहती है रिसर्च?

नॉर्वे और अमेरिका के स्वास्थ्य संस्थानों में की गई स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज़ाना 3 से 5 कप तक बिना फिल्टर की कॉफी (जैसे फ्रेंच प्रेस, एस्प्रेसो, टरकिश कॉफी) पीते हैं, उनमें LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होता है। इसका कारण है “कैफेस्टॉल” (Cafestol) — एक ऐसा तेल तत्व जो कॉफी बीन्स में पाया जाता है और बिना फिल्टर कॉफी में इसकी मात्रा अधिक होती है।

कैफेस्टॉल शरीर में कोलेस्ट्रॉल बनाने की प्रक्रिया को बढ़ा देता है, जिससे धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा पैदा हो सकता है।

किन कॉफी टाइप्स से होता है अधिक खतरा?

फ्रेंच प्रेस कॉफी

एस्प्रेसो शॉट्स (जब अत्यधिक मात्रा में लिए जाएं)

टरकिश स्टाइल कॉफी

इंस्टेंट कॉफी (यदि अधिक चीनी या क्रीम मिलाई जाए)

हालांकि, फिल्टर की हुई ड्रिप कॉफी या पेपर फिल्टर से बनी कॉफी में कैफेस्टॉल की मात्रा नगण्य होती है, जिससे खतरा कम होता है।

क्या सबको कॉफी छोड़ देनी चाहिए?

नहीं। कॉफी पूरी तरह से खलनायक नहीं है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, कैफीन और अन्य यौगिक ऊर्जा बढ़ाते हैं, सतर्कता लाते हैं और कुछ रिसर्च तो यह भी कहती हैं कि सीमित मात्रा में कॉफी मधुमेह और पार्किंसन जैसी बीमारियों से भी बचा सकती है।

लेकिन बात तब बिगड़ती है जब मात्रा और तरीका गलत हो।

डॉक्टरों की राय: कॉफी प्रेमियों के लिए सुझाव

दिन में 1-2 कप कॉफी पर्याप्त है

फिल्टर कॉफी का इस्तेमाल करें

शुगर, क्रीम और फ्लेवरिंग एजेंट से बचें

हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोग नियमित जांच कराएं

अगर दिल की बीमारी का इतिहास है, तो डॉक्टर से परामर्श लें

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