Bihar Election : पिता को याद कर भावुक हुए चिराग, बोले- 29 सीटों का ये समीकरण पापा का ही आशीर्वाद है

News India Live, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसमें सियासत के साथ-साथ भावनाएं और पिता के प्रति उनका गहरा सम्मान भी झलकता है. उन्होंने एनडीए (NDA) गठबंधन में अपनी पार्टी को मिली 29 सीटों को अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के आशीर्वाद का संकेत बताया है.एक इंटरव्यू के दौरान चिराग ने बिहार के प्रसिद्ध M-Y (मुस्लिम-यादव) समीकरण को भी एक नई परिभाषा दी.क्या है 29 सीटों का यह भावनात्मक कनेक्शन?बिहार चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर चली लंबी बातचीत के बाद जब चिराग पासवान की पार्टी के लिए 29 सीटों पर सहमति बनी, तो इसे उन्होंने सिर्फ एक राजनीतिक आंकड़ा नहीं माना. चिराग ने अपने पिता को याद करते हुए कहा, "यह महज एक संयोग नहीं हो सकता कि सभी बातचीत एक ऐसी संख्या पर आकर रुक जाए जो मेरी पार्टी के लिए इतनी महत्वपूर्ण साबित हो रही है, यह वही संख्या है जिससे मेरे पिता को भी आशीर्वाद मिला था." उन्होंने आगे कहा, "मैं इसे अपने पिता के एक संकेत के रूप में देख रहा हूं कि उन्होंने भी 29 सीटें जीती थीं और आज मुझे 29 सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिल रहा है."चिराग ने बताया अपना M-Y समीकरणबिहार की राजनीति में दशकों से चले आ रहे M-Y समीकरण पर बात करते हुए चिराग ने इसे अपनी "बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट" की सोच के तहत एक नया रूप दिया. उन्होंने कहा, "जब मैं M-Y की बात करता हूं, तो मेरे लिए 'M' का मतलब 'महिलाएं' और 'Y' का मतलब 'यूथ' (युवा) है." उन्होंने कहा कि उनका फोकस जातियों पर नहीं, बल्कि इन दोनों वर्गों के सशक्तिकरण और विकास पर है.सीमा सिंह के नामांकन रद्द होने पर क्या बोले?जब उनसे मढ़ौरा सीट से पार्टी की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन एक मामूली गलती के कारण रद्द होने के बारे में पूछा गया, तो चिराग ने कहा कि यह एक मानवीय भूल थी. उन्होंने भरोसा जताया कि वे कानूनी विकल्पों पर काम कर रहे हैं और चुनाव आयोग से इस मामले पर विचार करने का आग्रह करेंगे. चिराग ने कहा, "मैं न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि पूरे गठबंधन के लिए आगामी बिहार चुनावों में 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट हासिल करने की पूरी कोशिश करूंगा."