'शोर किया तो और लोगों को बुलाऊंगा…', दुर्गापुर गैंगरेप पीड़िता ने सुनाई रोंगटे खड़ी करने वाली आपबीती
Himachali Khabar Hindi October 22, 2025 04:42 AM

Durgapur Gangrape: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के पास गैंगरेप का शिकार हुई मेडिकल छात्रा ने इलाज के दौरान अपने साथ हुई दरिंदगी का दर्दनाक ब्यौरा दिया और बताया कि कैसे आरोपियों ने उसे पास के जंगल में घेर लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया।

दोस्त को फोन करने के लिए मजबूर किया

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता ने इलाज कर रहे अपने डॉक्टर को बताया, “हमने देखा कि वे अपनी गाड़ी छोड़कर हमारी तरफ आ रहे थे। हम जंगल की तरफ भागने लगे। तभी वे तीन लोग हमारे पीछे दौड़े, मुझे पकड़ लिया और घसीटकर जंगल में ले गए।” उसने बताया कि कैसे उन लोगों ने उसका फोन छीन लिया, उसे अपने दोस्त को फोन करने के लिए मजबूर किया और जब वह नहीं आया, तो उसे जंगल में और अंदर धकेल दिया।

रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता ने डॉक्टर से कहा, “उन्होंने मुझे पीछे से पकड़ लिया, मेरा फोन छीन लिया और मुझे अपने दोस्त को फोन करने के लिए कहा। जब वह नहीं आया, तो उन्होंने मुझे लेटने के लिए मजबूर किया। जब मैं चिल्लाई, तो उन्होंने कहा कि अगर मैंने शोर मचाया, तो वे और लोगों को बुला लेंगे और वे भी रेप करेंगे। इसलिए मुझे ऐसा करने दो।”

मूल रूप से ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली 23 वर्षीय सेकेंड इयर की मेडिकल छात्रा के साथ शुक्रवार रात उसके प्राइवेट मेडिकल कॉलेज कैंपस के बाहर गैंगरेप किया गया। वह अपनी एक दोस्त के साथ रात के खाने के लिए बाहर गई थी, तभी कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। अब तक गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक कॉलेज का पूर्व सुरक्षा गार्ड है, दूसरा एक अस्पताल में काम करता है, एक स्थानीय नगर निकाय में अस्थायी रूप से कार्यरत है, और एक बेरोजगार है।

पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार, सभी आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाया जाएगा ताकि क्राइम सीन रिक्रिएट किया जा सके। यह हमला कॉलेज के गेट के पास स्थित परानागंज काली बाड़ी श्मशान घाट से सटे जंगल में हुआ था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि क्राइम सीन रिक्रिएशन का उद्देश्य पीड़िता के बयान की पुष्टि करना और हमले से पहले की घटनाओं के क्रम को जोड़ना है।

इस घटना से आक्रोश की लहर फैल गई और यह जल्द ही राजनीतिक विवाद का विषय बन गया। पीड़िता के पिता ने बंगाल की तुलना “औरंगजेब के शासन” से की, जबकि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए “दूसरे पुनर्जागरण” का आह्वान किया।

गैंगरेप पीड़िता के पिता ने क्या कहा?

गैंगरेप पीड़िता के पिता ने कहा, “वह (मुख्यमंत्री) भी एक महिला हैं। वह (ममता बनर्जी) इतनी गैर-जिम्मेदाराना बात कैसे कह सकती हैं? क्या महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़कर घर बैठ जाना चाहिए? ऐसा लगता है कि बंगाल औरंगजेब के शासन में है। मैं अपनी बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं। उसकी जिदगी पहले है, उसका करियर बाद में।” उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ममता बनर्जी की इस विवादास्पद टिप्पणी, “छात्राओं को देर रात घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए” पर देश भर में गुस्सा बढ़ रहा है।

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