फिल्म का परिचय
बॉलीवुड में अक्सर ऐसा होता है कि फिल्म के लिए पहले किसी अभिनेता का चयन किया जाता है, लेकिन विभिन्न कारणों से कास्ट में बदलाव करना पड़ता है। कभी-कभी अभिनेता व्यक्तिगत कारणों या निर्माताओं के साथ मतभेद के चलते फिल्म छोड़ देते हैं। ऐसे में फिल्म किसी अन्य अभिनेता को दी जाती है, और यदि वह फिल्म सफल हो जाती है, तो यह स्थिति और भी दिलचस्प बन जाती है। आज हम आपको अमिताभ बच्चन की एक ऐसी फिल्म के बारे में बताएंगे, जिसे छोड़ने के बाद अनिल कपूर की किस्मत चमक उठी।
हम जिस फिल्म की चर्चा कर रहे हैं, उसका नाम 'मेरी जंग' है, जो 1985 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के लिए पहले अमिताभ बच्चन को चुना गया था। फिल्म का प्रारंभिक नाम 'शतरंज' रखा गया था। अमिताभ के साथ जया प्रदा मुख्य भूमिका में थीं, जबकि अमरीश पुरी और अनिल कपूर भी इस फिल्म का हिस्सा थे। अनिल कपूर ने नकारात्मक भूमिका निभाई थी। हालांकि, अमिताभ को उस समय पेट में चोट लग गई थी, जिसके कारण उनके कई प्रोजेक्ट रुक गए। इसके अलावा, वे राजनीति में कदम रखने की तैयारी कर रहे थे, जिसके चलते उन्होंने इस फिल्म को छोड़ने का निर्णय लिया।
जब अमिताभ ने फिल्म छोड़ दी, तो जया प्रदा ने भी अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद, एन एन सिप्पी ने फिल्म का निर्देशन सुभाष घई को सौंपा, जिन्होंने फिल्म का नाम 'शतरंज' से बदलकर 'मेरी जंग' रखा। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शत्रुघ्न सिन्हा ने भी इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया था। अंततः, निर्देशक को अनिल कपूर इस भूमिका के लिए उपयुक्त लगे। अनिल ने फिल्म में अरुण वर्मा का किरदार निभाया, जिसे दर्शक आज भी याद करते हैं। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। यदि आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं, तो यह 'जियो हॉटस्टार' और 'अमेजन प्राइम वीडियो' पर उपलब्ध है। आईएमडीबी पर इसे 7.2 की रेटिंग मिली है.