उत्तर प्रदेश में धान खरीद अभियान 2025-26 प्रारंभ हो गया है। पश्चिमी यूपी के कई जिलों में पहली अक्टूबर से धान की खरीद शुरू हुई, जिसमें मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी संभाग शामिल हैं। लखनऊ संभाग के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जनपद में भी खरीद की प्रक्रिया जारी है।
23 अक्टूबर तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस खरीद सत्र में 1,37,166 किसानों ने पंजीकरण कराया है। पंजीकरण www.fcs.up.gov.in और मोबाइल ऐप UP KISAN MITRA पर ऑनलाइन तरीके से किया जा रहा है। किसानों को ओटीपी आधारित सिंगल पंजीकरण का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। पंजीकरण के बाद भुगतान सीधे आधार लिंक्ड बैंक खातों में किया जा रहा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 23 दिनों के भीतर कुल 35.63 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान खरीदा गया है। इस खरीद अभियान का लक्ष्य प्रदेश में कुल 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदना रखा गया है। वर्तमान में सरकार ने 4000 क्रय केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 3790 क्रय केंद्र पहले ही चालू हो चुके हैं। ये केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहते हैं।
सरकार ने इस साल धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की है। कॉमन धान का MSP 2369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए का MSP 2389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। खरीद के दौरान धान की नमी 17 प्रतिशत तक स्वीकार्य है। खरीद के 48 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान खरीद पहली नवंबर से शुरू होगी। इसमें चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मीरजापुर और प्रयागराज संभाग शामिल हैं। इसके अलावा लखनऊ, रायबरेली और उन्नाव जनपद में भी पहली नवंबर से खरीद शुरू होगी, जो 28 फरवरी 2026 तक चलेगी।
धान खरीद अभियान किसानों को समय पर भुगतान और न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुविधा प्रदान कर रहा है। यह किसानों के लिए लाभकारी साबित होने की संभावना रखता है, और प्रदेश में कृषि उत्पादन की बिक्री को सुचारू बनाने में मदद करता है।