शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए अगला सप्ताह काफी हलचल भरा और मुनाफे वाला साबित हो सकता है. बाजार की 9 प्रमुख कंपनियों ने अपने निवेशकों को लाभांश (डिविडेंड) देने की घोषणा की है. यह वह समय होता है जब कंपनियां अपने मुनाफे का एक हिस्सा सीधे अपने शेयरधारकों के बैंक खातों में भेजती हैं. इस सूची में क्रिसिल और टाटा समूह की कई कंपनियों जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जिनका अपने निवेशकों को फायदा पहुंचाने का एक लंबा इतिहास रहा है. अगर आपके पास इन कंपनियों के शेयर हैं, या आप इनमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इन सभी कंपनियों ने डिविडेंड पाने के लिए ‘रिकॉर्ड डेट’ यानी एक कट-ऑफ तारीख तय कर दी है.
कौन सी कंपनी दे रही कितना डिविडेंडइस बार डिविडेंड देने वाली कंपनियों की सूची काफी मजबूत है, जिसमें टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और कंज्यूमर सेक्टर के दिग्गज शामिल हैं. सबसे बड़ा लाभांश टाटा समूह की कंपनी टाटा एल्क्सी की तरफ से आ रहा है, जो अपने प्रत्येक शेयर पर ₹60 का शानदार डिविडेंड दे रही है. यह निवेशकों के लिए एक बड़ी कमाई का मौका है.
टाटा समूह की अन्य कंपनियां भी पीछे नहीं हैं. टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्प ₹27 प्रति शेयर और टाटा केमिकल्स ₹17.50 प्रति शेयर का लाभांश दे रही है. वहीं, टाटा कंज्यूमर ने ₹8.45 प्रति शेयर की घोषणा की है. टाटा मोटर्स और टाटा मोटर्स डीवीआर (DVR) दोनों ही ₹2 प्रति शेयर का डिविडेंड दे रहे हैं.
इनके अलावा, रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ₹10, ब्रोकरेज फर्म एंजल वन ₹12.70 और सरकारी कंपनी आरईसी लिमिटेड (REC Ltd) ₹3.25 प्रति शेयर का डिविडेंड दे रही हैं. यह दिखाता है कि अलग-अलग सेक्टर की मजबूत कंपनियां अपने लाभ को निवेशकों के साथ साझा कर रही हैं.
| कंपनी का नाम | डिविडेंड (प्रति शेयर) | रिकॉर्ड डेट |
| CRISIL | ₹10.00 | 29 अक्टूबर 2025 |
| REC Ltd | ₹3.25 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Angel One | ₹12.70 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Chemicals | ₹17.50 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Investment Corp | ₹27.00 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Elxsi | ₹60.00 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Consumer | ₹8.45 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Motors DVR | ₹2.00 | 29 अक्टूबर 2025 |
| Tata Motors | ₹2.00 | 29 अक्टूबर 2025 |
डिविडेंड की घोषणा में सबसे महत्वपूर्ण होती है ‘रिकॉर्ड डेट’. यह वह तारीख है जो तय करती है कि लाभांश किसे मिलेगा और किसे नहीं. सरल शब्दों में, कंपनी रिकॉर्ड डेट के दिन देखती है कि उसके रजिस्टर में किन-किन लोगों के नाम शेयरधारक के तौर पर दर्ज हैं. जिन निवेशकों का नाम उस दिन कंपनी के रिकॉर्ड में होता है, वे ही डिविडेंड पाने के हकदार बनते हैं.
सभी नौ कंपनियां— क्रिसिल, आरईसी, एंजल वन और टाटा समूह की सभी छह कंपनियों (टाटा केमिकल्स, टाटा इन्वेस्टमेंट, टाटा एल्क्सी, टाटा कंज्यूमर, टाटा मोटर्स और टाटा मोटर्स डीवीआर) के लिए रिकॉर्ड डेट 29 अक्टूबर 2025 रखी गई है. अगर आप इन कंपनियों से लाभांश पाना चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि 29 अक्टूबर को ये शेयर आपके पोर्टफोलियो में मौजूद हों. विशेषज्ञों की सलाह है कि डिविडेंड का लाभ उठाने के लिए हमेशा रिकॉर्ड डेट से पहले ही शेयरों की खरीदारी पूरी कर लेनी चाहिए.
निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब है?डिविडेंड की यह घोषणाएं सिर्फ तात्कालिक लाभ नहीं हैं, बल्कि ये कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का भी एक बड़ा संकेत होती हैं. जब कोई कंपनी, विशेषकर इंफोसिस और टाटा जैसी दिग्गज, नियमित रूप से डिविडेंड देती है, तो यह बाजार को संदेश देता है कि कंपनी स्थिर है और लगातार मुनाफा कमा रही है. यह शेयरधारकों का कंपनी पर भरोसा मजबूत करता है.
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि जो निवेशक छोटी अवधि के बजाय लंबी अवधि (लॉन्ग टर्म) के लिए निवेश की योजना बनाते हैं, उनके लिए डिविडेंड देने वाली कंपनियां एक बहुत बेहतर विकल्प होती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर की कीमत बढ़ने से होने वाले लाभ के अलावा, उन्हें डिविडेंड के रूप में एक नियमित आय भी मिलती रहती है. यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे किसी प्रॉपर्टी से किराया आना.
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